काला पानी की सजा भुगत रहे कोड़री झालापाल के ग्रामीण जनसुनवाई में नहीं होती आमजन की सुनवाई अधिकारी,जनप्रतिनिधि दे रहे सिर्फ कोरा आश्वासन
रायसेन। भोजपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत ईंटखेड़ी के कोडरी स से झालपाल के ग्रामीण जन काला पानी की सजा भुगत रहे हैं ।देश की आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी कोडरी से झालापाल तक पक्की सड़क नहीं बनी है ।जिससे बारिश के मौसम में घुटनों कीचड़ और दलदल भरे रास्ते से ग्रामीण और स्कूली छात्र-छात्राएं आना-जाना करते हैं। घुटनों कीचड़ और दलदल पानी से भरे गडडों के बीच से रोजाना गांव से सुल्तानपुर सुल्तानपुर से गांव तक आवागमन करते हैं। वह अपनी पीड़ा बयां रायसेन के कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में बल्कि दो-तीन बार में अधिकारियों से मिल चुके हैं ।जनप्रतिनिधियों अधिकारियों ने अभी तक उनको सिर्फ कोरा आश्वासन देकर टरका देते हैं। मंगलवार को भी ग्रामीणजन एकजुट होकर कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे ।मंगलवार को जहां ग्रामीण और स्कूली छात्राएं अधिकारियों से मिलने की जिद करती रही। आखिर में कलेक्टर अरविंद दुबे ने उन्हें यह बोल कर विदा कर दिया कि जल्द ही आपकी सड़क की समस्या को हल कर दिया जाएगा।कोडरी से झालपाल क्षेत्र जिले की भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में आता है।जहां से पूर्व राज्यमंत्री एवं वर्तमान भाजपा विधायक सुरेन्द्र पटवा नेतृत्व करते हैं।
ग्रामीणजनों की व्यथा…. अफसर जनप्रतिनिधि सड़क के मामले में बने खामोश
कोडरी झालापल निवासी अंतर सिंह, जसोदा बाई ओमवती,भीम सिंह बुन्देल सिंहअशोक विजय कुमार सिंह गुरदयाल ने बताया कि जनसुनवाई में दो तीन बार सड़क समस्या को लेकर अर्जियां दे चुके हैं।वह भगवान से यह दुआ मांगते हैं कि बारिश में किसी की मृत्यु न6हो कोई बीमार ना पड़े।लेकिन बावजूद इसके उनका झालापाल गांव पक्की सड़क से नहीं जुड़ सका है।ऐसी स्थिति में गांव के स्कूली छात्र छात्राएं कीचड़ दलदल भरे रास्ते से स्कूल जाने आने के लिए मजबूर हैं।छात्र छात्राओं ने पूर्व में विधायक सुरेन्द्र पटवा को भी आवेदन दिया था।लेकिन इस जनता के नुमाइंदे ने भी उनकी सड़क समस्या को अनसुना कर दिया।