मुलताईं। प्रभातपट्टन ब्लॉक की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की सोमवार को सीएम के कार्यक्रम से बैतुल से लौटते वक्त तबियत बिगड़ गई। जिसे परिजन मंगलवार की सुबह उपचार के लिए वरूड़ ले जा रहे थे कि रास्ते में उसकी मौत हो गई। देवगांव निवासी विष्णु गव्हाड़े ने बताया कि उसकी पत्नी आशा गव्हाड़े 55 साल गांव में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद पर पदस्थ थी।जो कि सोमवार की मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में गाँव की महिलाओं को बैतुल लेकर गई थी। बैतुल से वापस लौटने के दौरान उनकी पत्नी आशा की तबियत बिगड़ गई।जिसकी सूचना मोबाइल पर गाँव की महिलाओं ने उसे फोन पर दी थी। आशा सहित महिलाओं के गाँव पहुचते ही वे सीधे अपनी पत्नी आशा को प्रभातपट्टन के निजी क्लिनिक में उपचार के लिए ले गए।आशा के प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर ले आए। रात्रि में स्वास्थ लाभ नही मिल पाने के कारण मंगलवार की सुबह वे अपनी पत्नी आशा को उपचार के लिए वरुड़ ले जा रहे थे कि रास्ते मे उनकी पत्नी आशा की मौत हो गई। पति विष्णु गव्हाड़े ने इसे संबंधित अधिकारी की लापरवाही बताया है।