किसानों की समस्याओ को लेकर कांग्रेस ने धरना देकर निकाली रैली, सौपा ज्ञापन
मुलताईं। क्षेत्र में पत्ता गोभी का रिकार्ड उत्पादन हुआ है। लेकिन पत्ता गोभी के दाम नही मिलने से किसानों की लागत भी नही निकल पा रही है।किसान खेतो में लगी पत्ता गोभी पर रोटावेटर चलाकर खेत खाली कर रहे है।लेकिन सरकार का इस ओर ध्यान नही है। खेती घाटे का धंधा बन गई है। यदि किसानों को आत्महत्या करने से बचाना है तो किसानों को 40 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से गोभी उत्पादक किसानों को मुआवजा देना होगा। यह बात पुर्व मंत्री एवं विधायक सुखदेव पांसे ने गुरुवार को फव्वारा चौक पर आयोजित धरना प्रदर्शन एवं एडीएम को ज्ञापन देने के दौरान कही।विधायक श्री पांसे ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा खेती को लाभ का धंधा बनाने की बात कही थी। लेकिन आज खेती घाटे का बन गया है।किसानों को खेतो में फसलों की सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली नही मिल पा रही। जिससे किसान फसल की सिंचाई नही कर पा रहा है। वोल्टेज की समस्या बनी हुई है।किसानों को 10 घंटे बिजली दी जाए, खराब ट्रांसफार्मर शीघ्र बदले जाए।बिजली की चरमराई व्यवस्था ठीक की जाए।धरना प्रदर्शन में पुर्व विधायक डॉ पीआर बोड़खे,नगरपालिका उपाध्यक्ष शिव माहोरे, ब्लॉक अध्यक्ष किशोर सिंह परिहार,डॉ विजय देशमुख,सुमित शिवहरे,नितेश साहू,सुरेश पौनीकर,तकी उल रिजवी सहित मुलताईं एवं प्रभातपट्टन ब्लॉक के बढ़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित थे।धरना प्रदर्शन के बाद विधायक श्री पांसे के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने फव्वारा चौक से रैली निकालकर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुचे,जहां पर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन एसडीएम राजनंदनी शर्मा को सौपा।ज्ञापन में गोभी उत्पादक किसानों को 40 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिए जाने,खराब ट्रांसफार्मर 3 दिन में बदले जाने,वोल्टेज समस्या का निराकरण किए जाने,सोयाबीन की खराब फसलों के एवज में फसल बीमा राशि दिए जाने,दूध के भाव मे प्रति फैट एक रुपए की वृद्धि किए जाने की मांग की है। मांगे पूरी नही होने पर किसान हित मे बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
सड़क पर फेंकी ट्रेक्टर ट्रालियों से पत्ता गोभी
पत्ता गोभी के उत्पादन के बाद दाम नही मिल पाने से किसान परेशान है। गुरूवार को कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। रैली के दौरान किसानों ने फव्वारा चौक से लेकर तहसील कार्यालय तक ट्रेक्टर ट्रालियों से पत्ता गोभी सड़क पर फेंककर नाराजगी जताई।