अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत, मुहावरे पर होगी कार्यवाही ?
सारणी। जीत आम्रवंशी, बैतुल जिले के सारणी पुलिस थाना से महज 3 किलोमीटर दूर एक गाँव जहाँ रेत का कारोबार धड़ल्ले से चलता है। जिसे रेत का गढ़ भी कहा जाता है। कुछ माफियाओ को यह गाव की नदी भा गयी।
दरअसल मामला सारणी थाना अंतर्गत लोनिया गाव का है जहाँ दिन में नही रात में रेत की चोरी होती है। इधर अधिकारियों को भनक भी नही आखिर क्यों ? सारणी पुलिस थाना के 50 मीटर दूर जय स्तम्भ चौक से अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर दौड़ते है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रात में दो ट्रैक्टर लोनिया नदी से भरकर सारणी की ओर आते हैं। और खास बात तो यह है कि बैतुल जिले में अभी रॉयल्टी भी बंद है। ग्रामीणों ने बताया की लगभग 2 सप्ताह से रात में तेजी से दौड़ते ट्रैक्टर की आवाज सोने भी नही देती इससे अंदाज लगाया जा सकता है को चोरी करने वाले रेत माफिया कितने सक्रिय है। तेज गति से दौडने वाले ट्रैक्टर से कोई दुर्घटना हो जाये इसके भय लगा रहता है।