*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन।टमाटर के रेट 80 रुपए और आलू प्याज के रेट 40 रुपये प्रति किलो हैं। यह रेट सुनकर ही लोग टमाटर आलू प्याज की ओर से मुंह फेर लेते हैं। फेरी लगाकर हरी सब्जियां बेचने वाले हाथठेले वाले भी अपने ठेलों पर टमाटर बहुत कम लेकर चलते हैं। क्योंकि उन्हें हर कोई नहीं खरीद पाता। इस सीजन में जो लौकी 10-15 रुपए प्रति किलो मिलती थी, वह अब 30 व 40 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिल रही है। बाजार में ऐसी कोई सब्जी नहीं है जो 40 रुपए से कम दामों पर मिल रही है।हरी सब्जी के रेट बढ़ने से पहले पांच रुपए का हरा धनिया मिल जाता था। अब धनिया की चंद पत्तियां 20 रुपए में भी नहीं मिल रहीं।
ग्राहकों की जेब पर भारी पड़ रही कमरतोड़ महंगाई
आम जनता की जेब पर बोझ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पहले सिर्फ प्याज के दाम ही बढ़े थे, लेकिन अब टमाटर सहित हर सब्जी के रेट हाई हो गए हैं। ना सिर्फ सब्जी बल्कि दाल के दाम भी बढ़ गए हैं। सब्जियों और दाल पर कमर तोड़ महंगाई में मध्यम वर्ग की रसोई पर खासा असर डाला है। जहां बारिश के मौसम में सब्जियों के उत्पादन में कमी आने से गरीब की थाली से हरी सब्जी गायब हो रही है। वहीं दिनों दिन बढ़ रही मंहगाई डायन के कारण दालों के रेट भी बढ़े हैं। कुल मिलाकर पूरी रसोई ही महंगी साबित हो रही है। इधर रसोईघर की महत्वपूर्ण वस्तु कही जाने वाली दाल की हालत भी बढ़ते हुए दामों के कारण पतली हो चली है। फुटकर बाजार में अरहर की दाल 180-190 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए है। वहीं सुपाच्य और पोषक तत्वों के रूप में उपयोग की जाने वाली मूंग की दाल भी 110 से 120 रुपए किलो चल रही है। इसके अलावा चावल 50-60 रुपए किलो और गेहूं भी दो से तीन सौ रुपए प्रति पांच किलो के दाम से बिक रहा है।