मंडीदीप में रेजिंग एंड एक्सलेरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (रैम्प) स्कीम के अंतर्गत कार्यशाला आयोजित
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
जिले में मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के प्रदर्शन को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को रेजिंग एंड एक्सलेरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (रैम्प) स्कीम के अंतर्गत एसोसिएशन ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज़ मंडीदीप के सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ज़ेड स्कीम लीन मैन्युफैक्चरिंग स्कीम बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) और व्यापार प्राप्य इलेक्ट्रॉनिक डिस्काउंटिंग सिस्टम (TReDs) के बारे में जागरूकता फैलाना था ।
कार्यक्रम की शुरुआत RAMP योजना के नोडल अधिकारी और मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम (एमपीएलयूएन) के उप महाप्रबंधक अनिल थागले एवं जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र मंडीदीप के महाप्रबंधक के संबोधन से हुई। जिसमें उन्होंने योजना का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने RAMP योजना के उद्देश्यों और इसमें मध्य प्रदेश सरकार की भूमिका और योगदान पर प्रकाश डाला। इसके बाद जेड (जीरो डिफेक्ट ज़ीरो इफेक्ट) विशेषज्ञ अमन बंसल ने जेड योजना के लाभों पर विस्तृत प्रस्तुति दी ।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद से सरोज जेना ने लीन स्कीम के महत्व पर एक प्रभावशाली सत्र लिया जिसमें उन्होंने इस योजना के कार्यान्वयन से एमएसएमई को होने वाले लाभों पर चर्चा की। इसके अलावा आईपीआर विशेषज्ञ डॉ. अजय चौबे ने बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) के महत्व पर एक सत्र का संचालन किया जिसमें उन्होंने उद्यमियों को इस क्षेत्र में अधिक जागरूक रहने का संदेश दिया ।
TReDs (व्यापार प्राप्य इलेक्ट्रॉनिक डिस्काउंटिंग सिस्टम) पर इनवॉइस मार्ट द्वारा सत्र आयोजित किया गया जिसमें एमएसएमई को इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करके कैसे आर्थिक रूप से सशक्त किया जा सकता है, इस पर विस्तृत जानकारी दी गई । उन्होंने एसोसिएशन से अपील की कि वे रैंप प्रोग्राम में भाग लें और अपने उद्योगों को ज़ेड और अन्य योजनाओं से लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करें ।
इस वर्कशॉप में उद्योग जगत के विभिन्न प्रतिनिधियों व जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र मंडीदीप के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और इसे एमएसएमई के भविष्य के लिए अत्यधिक लाभकारी माना गया ।