नियमित कर्मचारी की नियुक्ति को 3 महीने बीते पर जिमेदारो कर्मचारी को जिम्मेदारी नही दी
घोड़ाडोंगरी। नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में विगत कुछ दिनों से अस्थाई रोजगार सहायक और मजदूरों का मुद्दा सुर्खियों में छाया हुआ है जिसको लेकर नगर के चौक चौराहे में चर्चा का विषय बना हुआ है कि नगर परिषद में स्थापना शाखा, राजस्व शाखा, लोक निर्माण शाखा, अकाउंट शाखा में ऐसा क्या है जिसको लेकर आस्थाई रोजगार सहायक और पंप कुली नल खो लने वाले मजदूर इन शाखाओं को नहीं छोड़ना चाहते या अध्यक्ष या सीएमओ इन्हें वहां से हटाना नहीं चाहते? तरह-तरह के पैंतरे अपनाकर जहां लगभग 3 वर्षों से ये आस्थाई कर्मी रोजगार सहायक और नल खुलने वाले मजदूर नियमों को ताक पर रख अंगद के पांव की तरह अपने पैर नगर परिषद की प्रमुख शाखाओं में जमा हुए हैं
जब वर्तमान में नगर परिषद में नियमित नगरीय प्रशासन विभाग का कर्मचारी शाखाओं में काम करने उपलब्ध होने के बावजूद अस्थाई कर्मचारियों से काम लेना जनता की समझ के परे है जहां अस्थाई कर्मियों से निर्वाचन शाखा, स्वच्छता, नल जल, कचरा गाड़ी का संचालन की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी दी जा सकती है परंतु ऐसा ना कर आस्थाई रोजगार सहायक, नल खोलने वाले मजदूरों को इन प्रमुख शाखाओं में मलाई टपकती नजर आ रही है जिसके चलते यह अस्थाई कर्मचारी उच्च अधिकारियों ,जनप्रतिनिधियों के तलवे चाटते निकाय में देखे जा सकते हैं परिषद में आस्थाई रोजगार सहायक और नल खोलने वाले मजदूर की अधिकारियों की सांठगांठ और कुछ मुंह लगे जनप्रतिनिधि और नेताओं के कारण सक्षम नियमित पदस्थ हुए कर्मचारियों को निकाय के प्रमुख शाखाओं का प्रभार ना देकर निर्वाचन जैसी शाखाओं का प्रभार दिया गया है
आखिर क्या वजह है की स्थाई कर्मियों से काम न लेकर अस्थाई कर्मियों से नगर परिषद में काम लिया जा रहा है ?
सूत्रों की माने तो नई नगर परिषद में नगरीय विकास एवं आवास विभाग मंत्रालय के आदेश क्रमांक 847 /10 17519 2022 /18- 1 दिनांक 10 मार्च 2023 को सहायक ग्रेड 2 नारायणराव घोरे की पोस्टिंग नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में पोस्टिंग की है गई जहां नगरीय प्रशासन विभाग का नियमित और कार्य करने में सक्षम कर्मचारी कार्यालय में उपलब्ध होने के बावजूद तीन महीने बीत जाने के बावजूद वर्तमान तक निकाय में कार्य नहीं लिया जा रहा है बता दे नई परिषद होने से शासन से नगर विकास के लिए भरपूर राशि का आवंटन इस निकाय में हो रहा है परंतु नगर विकास वर्तमान में ग्राम पंचायत की तरह ही कछुआ चाल से चल रहे हैं और निकाय में नगरीय प्रशासन विभाग के कर्मचारी की कमी तथा सक्षम अधिकारी सीएमओ न होने के कारण फर्जीवाड़ा , खरीदी में गोलमाल जैसे काम निकाय में चल रहे हैं नगर परिषद में भ्रष्टाचार, मनमर्जी अनुसार फर्जीवाड़ा ,भारी मात्रा में खरीदी में जमकर गोलमाल कर शासन से आई राशि का बंटाधार इस निकाय में कर रहे हैं जहां निकाय की स्थिति बद से बदतर करने में यह मजदूर जुटे हुए हैं।
निकाय में भ्रष्टाचार को लेकर प्रभारी मंत्री तक जनप्रतिनिधियों द्वारा की शिकायत
नगर परिषद में चल रही अस्थाई कर्मचारियों की मनमर्जी और भारी भ्रष्टाचार को लेकर जिले के प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार से नगर के सात सात पार्षदों ने शिकायत कर नगर परिषद में चल रहे भ्रष्टाचार ,फर्जीवाड़े की शिकायत तक की परंतु नगर परिषद में इन अस्थाई कर्मचारियों के हौसले इतने बुलंद है कि शासन की राशि को बर्बाद करने में कहीं कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है और मलाईदार पदों पर बरकरार है
इस संबंध में नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ ब्रजकिशोर शर्मा का पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने अपना फोन उठाकर बात करना भी उचित नहीं समझा।