एक बार लगेगी परीक्षा शुल्क: साल भर सभी सरकारी परीक्षाओं में भाग ले सकेंगे उम्मीदवार
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चौथे कार्यकाल के 3 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर भोपाल में ‘यूथ महापंचायत’ का आयोजन किया गया, जहां सीएम शिवराज ने युवा नीति और मध्यप्रदेश सरकार का पहला युवा पोर्टल लॉंच किया. राज्य युवा पुरस्कार और कई योजनाओं में करोड़ों का लाभ वितरण किया गया. एक जून से युवाओं के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू करेंगे. एक जुलाई से पैसा मिलना शुरू हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने बड़ी घोषनाएं की है. एक बार परीक्षा फीस भर कर साल भर मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से संचालित प्रवेश परीक्षाओं में बच्चे बैठ सकेंगे.
प्रदेश के राज्य स्तरीय युवा आयोग का पुनर्गठन किया जाएगा. अगले साल जो बजट आएगा उसमें युवा बजट शामिल किया जाएगा. प्रदेश में हर साल खेलो एमपी यूथ गेम्स आयोजित किए जाएंगे. स्कूलों में खेल का पीरियड अनिवार्य करेंगे. हर स्कूल हर गाँव में मैदान बनाया जाएगा. बच्चे नई भाषा सीखना चाहते हैं उनके लिए बेचने का एडवांस कोर्स भी शुरू किए जाएंगे. इंजीनियरिंग कॉलेज में बहुत नए इनक्यूबेटर शुरू किए जाएंगे. स्टार्टअप पॉलिसी के माध्यम से विश्वविद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों के पास नगर इनोवेटिव आइडिया है. तो उन्हें इम्प्लीमेंट करने के लिए फंड चाहिए.
अलग-अलग सेक्टरों में बच्चों को प्रशिक्षण दिलाने, उन्हें कौशल संपन्न बनाने के लिए हमने मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना बनाई है। जिसके अंतर्गत युवाओं को कम से कम ₹8000 प्रतिमाह दिए जाएंगे: CM#युवा_कौशल_कमाई_योजना_MP #EmploymentInMP pic.twitter.com/exwY7sx557
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) March 24, 2023
ऐसे बच्चों को फंड्स की दिक़्क़त न हो इसलिए 100 करोड़ की लागत से स्टूडेंट इनोवेशन फंड बनाया जाएगा. ट्राइबल म्यूज़ियम के माध्यम से प्रदेश के युवाओं के लिए तीन महीने के फ़ेलोशिप दिलवाई जाएगी. सीखने के लिए पैसा भी दिया जाएगा. अब केवल एक बार ही परीक्षा शुल्क जमा करना और साल भर हर सरकारी परीक्षाओं बच्चे भाग ले सकेंगे. अगर इंटरव्यू के लिए दिल्ली जाना पड़ेगा, तो मध्य प्रदेश भवन में निःशुल्क रहने की व्यवस्थाएं की जाएंगी.
सीएम ने कहा कि हम एक फ़ैसला और कर रहे हैं, हमारे बच्चों को सरकारी नौकरियों के लिए फार्म भरने पड़ते हैं और अलग-अलग जगह परीक्षा शुल्क अलग अलग लगता है. अब 5 नौकरियों के लिए आवेदन भरा ₹400 शुल्क है. 400×5 करे तो ₹2000 हो गया. अब केवल एक बार ही परीक्षा शुल्क जमा करना होगा और सभी परीक्षाओं में वो भाग ले सकेंगे. हर परीक्षा के लिए अलग-अलग शुल्क की जरूरत नहीं होगी.
मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना का एलान
बेटा बेटी तुम चाहो तो अपना बिज़नेस ख़ुद खड़ा कर सकते हो. उद्यम क्रांति योजना के ज़रिये मामा पैसे देंगे. कई लोग बेरोज़गार है. मैं लेकिन बेरोज़गारी भत्ते का विरोधी हूं. ये बेईमानी है. आज की युवा नीति में जीतने बेरोज़गार है, जिनकी पढ़ाई छूट गई है. उनके लिए मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना का सीएम ने एलान किया है. जिनकी पढ़ाई हो गई और चाहते है की पैसा उनके पास आए. हमने तय किया है हर विभाग में उद्योग सर्विस सेक्टर होगा. हम युवाओं को ट्रेनिंग दिलवाने का काम करेंगे.
इस दौरान उनको आठ हज़ार रुपए दिया जाएगा. हर क्षेत्र में, बैंकिंग बीमा लेखा, सब में ट्रेनिंग देंगे. हम एक पोर्टल बनाएँगे. ऐसे काम वो सीखेंगे जिनकी इंडस्ट्री को ज़रूरत होगी. कंपनी अलग से पैसे देंगे और हम सरकार की तरफ़ से पैसा देंगे. उसके बाद परमानेंट जॉब मिल जाए, उन्हें कहीं भटकना ना पड़े. एक जून से हम ऐसे युवाओं के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू करेंगे. एक जुलाई से पैसा मिलना शुरू हो जाएगा
मामा भरेंगे युवाओं की फीस, स्कूल में 5% आरक्षण
सीएम ने कहा कि मैं गंभीरता से कह रहा हूँ कि फ़ीस की चिंता बिलकुल मत करना. तुम्हारा मामा सारी फ़ीस भरवाएगा. मुख्यमंत्री मेधावी छात्र योजना का स्लैब इनकम का बढ़ाकर छह लाख से आठ लाख बढ़ाता हूँ. अब NEET के रिजल्ट की दो मेरिट लिस्ट बनेगी. सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए अलग मेरिट लिस्ट बनेगी. सीएम ने एलान करते हुए कहा कि 5% आरक्षण भी सरकारी स्कूल के बच्चों की बनेगी. मध्यप्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग हिन्दी भाषा में की जाएगी. आने वाले समय में हिन्दी मीडियम की सीटें मेडिकल कॉलेज में रिज़र्व होंगी. तब युवाओं ने कहा कि वी लव मामा. मुख्यमंत्री बोले आई लव मेरे भांजे भांजी.