भाजपा नेता के भाई ने वारदात को दिया अंजाम, कार जप्त
सागर। मध्यप्रदेश में पुलिस भी सुरक्षित नहीं है। एमपी के सागर जिले में एक एएसआई के अपहरण का मामला सामने आया है। इस वारदात को बीजेपी नेता के भाई ने अंजाम दिया है।
बीजेपी नेता के भाई ने कार से एएसआई ASI को अगवा कर लिया। सायरन बजाते हुए रफ ड्राइविंग करने पर उसकी कार को पुलिस ने पकड़ा था। ASI कार को थाने ले जाने के लिए ड्राइवर की बाजू वाली सीट पर बैठे। इतने में आरोपी ने उन्हें कार के अंदर धक्का देते हुए कार को आगे बढ़ा दिया। रास्ते में ASI को पीटा। धमकाया कि 10 की 10 गोलियां उतार दूंगा। गोदाम में बंद कर कोड़े मारने की भी धमकी दी। पुलिस की अलग-अलग टीम ने कार का जब पीछा किया, तो आरोपी ASI को छोड़कर फरार हो गया। घटना गौरझामर थाना इलाके में 10 जनवरी की रात हुई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपहरण, शासकीय कार्य में बाधा डालने, SC/ ST एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। आरोपी की कार बरामद कर ली गई है।
पुलिस की अलग-अलग टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 11 जनवरी को उसके गांव बरकोटी और सागर शहर में दबिश दी। आरोपी भाजपा नेता राजकुमार बरकोटी का भाई है। राजकुमार बरकोटी 2000 में जिला पंचायत उपाध्यक्ष रह चुका है।
गौरझामर पुलिस के अनुसार 10 जनवरी की रात 8.15 बजे हल्लू उर्फ चंद्रहास सिंह दांगी निवासी बरकोटी थाने में अपनी गाड़ी लेकर आया था। उसकी कार (एमपी 15 सीबी 1044) में पुलिस का सायरन लगा था। वह सायरन बजाते हुए तेजी से बस स्टैंड की ओर चला गया। इसके बाद सड़कों पर सायरन बजाते हुए कार लहरा रहा था। पुलिस टीम मौके पर पहुंची। गौरझामर थाने में पदस्थ ASI रामलाल अहिरवार कार थाने ले जाने के लिए उसमें सवार हुए, तो हल्लू तेजी से कार आगे बढ़ाकर ले गया। रास्ते में उसने ASI से मारपीट भी की। पुलिस टीम ने पीछा किया तो आरोपी रास्ते में कार छोड़कर भाग गया। देवरी SDOP पूजा शर्मा ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
ASI रामलाल अहिरवार ने बताया कि हल्लू उर्फ चंद्रहास दांगी थाने अपनी कार से आया। वापस जाते समय कार पर लगा सायरन बजाते हुए बस स्टैंड की ओर चला गया। थाना प्रभारी ने देखने के लिए कहा। इस पर मैं साथी ASI चंद्रभान पांडेय, आरक्षक प्रवेश और प्राइवेट ड्राइवर पुष्पेंद्र के साथ गाड़ी लेकर पहुंचा, तो अतिशय ढाबे के पास कार खड़ी मिली। कार में सवार हल्लू से सायरन के संबंध में पूछताछ करने लगा। उसने कहा- मैं कार थाने में खड़ी कर देता हूं। मुझे धक्का देकर गाड़ी में बैठाया और कार लेकर थाने की ओर बढ़ा, लेकिन उसने कार थाने में नहीं रोकी और सीधे चरगुवां तिगड्डा होते हुए कार लेकर भाग गया।