इंदौर। कितनी अच्छी व्यवस्था है। पत्नी पर एक आरोप लगा है और सरकार ने उनके पति को उस मामले का जांच अधिकारी बना दिया है। अब यदि पति-पत्नी चाहे तो सुबह ऑफिस खुलने से पहले जांच पूरी हो सकती है। मामला शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय में विवादित किताब का है।
इंदौर लॉ कॉलेज किताब कांड- मीडिया ट्रायल में हुआ नया खुलासा
इंदौर के सरकारी लॉ कॉलेज की लाइब्रेरी में विवादित किताब के मिलने के बाद हंगामा इतना तेज हुआ कि आवाजें कॉलेज की दीवारें चीरते हुए सीधे भोपाल के सीएम हाउस में घुस गईं। फटाफट कार्रवाई हुई। कुछ कर्मचारी सस्पेंड हुए और कॉलेज के प्रिंसिपल को इस्तीफा देना पड़ा। सब कुछ हो जाने के बाद इस मामले का मीडिया ट्रायल शुरू हुआ और एक नया खुलासा हो गया। पता चला कि विवादित किताब सन 2014 में खरीदी गई थी। यह किताब बुक बैंक योजना के तहत केवल अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को निशुल्क दी जाती थी। इस किताब को खरीदने का निर्णय तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ सुधा सुरेश सिलावट ने लिया था।
पत्नी की जांच पति के पास- सिलावट ही सिलावट है
इस मामले का सबसे मजेदार पहलू यह है कि मुख्यमंत्री सचिवालय और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन सिंह यादव का डायरेक्ट इंवॉल्वमेंट है। मामले का जांच अधिकारी राहु कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सुरेश सिलावट को बनाया गया है, जो डॉ सुधा सिलावट के पति है। डॉ सुधा अपना पूरा नाम डॉक्टर सुधा सुरेश सिलावट लिखतीं है।