जिले में वन परिक्षेत्र रेंज चिकलोद का मामला प्रकाश में आया है जहां पर।
एक सप्ताह पहले टाइगर की मौत का कारण जिम्मेदार कौन आप या हम। जिसकी जांच ना होना संदेह के घेरे में जन चर्चा है।
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
चिकलोद।
रायसेन/- खबर है जहां पर जिला रायसेन से व्रत भोजपुर रेंज चिकलोद के अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र इमलिया रोड पर एक गाय। टाइगर द्वारा मृत पाई गई। बता दें कि वही पर टाइगर गाय की बॉडी के पास मृत अवस्था में पाया गया। इससे स्पष्ट जाहिर होता है। की गाय पर जहर डाला गया है। जहां पर कर्मचारी अपने-अपने निवास पर रहते हैं। जहां पर सर्किल प्रभारी रायसेन में निवास करते हैं। तो वही वन परिक्षेत्र अधिकारी भोपाल में निवास करते हैं। एवं बीट प्रभारी भी भोजपुर मुख्यालय पर नदारत रहते हैं। जहां पर वन गस्ती कागजों पर होती है। और जंगल में कोई भी कर्मचारी भ्रमण नहीं करते हैं। जिसका जीता जागता प्रमाण है की विगत दिवस की दिनांक 14 जुलाई 2024 को बाघ का शिकार हुआ। जहां पर इसी बीड में विगत दिवस की दिनांक 7 अक्टूबर 2024 को काला हिरण मरा हुआ। एवं 27 अक्टूबर 2024 को इसी वन रेंज में तेंदुआ का शिकार हुआ। जहां पर विगत दिवस 4 दिसंबर 2024 को जहर द्वारा वन प्राणी टाइगर को मरवाया गया है। क्षेत्र में जन चर्चा है कि कर्मचारियों पर अधिकारियों की सांठ-गांठ के चलते। जहां पर वन क्षेत्र भोजपुर में 4 वन प्राणियों की मौत होने का कारण। जिम्मेदार कौन जिसकी जांच करेगा कौन।आप या हम। क्षेत्र में आम जन के बीच जन चर्चा है। वन क्षेत्र में वन प्राणियों पर मौत पर मौत का कारण जिम्मेदारों ने शादी चुप्पी अब जांच करेगा कौन। क्षेत्र में जन चर्चा है की इस पूरे घटनाक्रम मामले की जांच को उच्चस्तरीय से जांच अधिकारी जांच करें। और दोषी को सजा मिले। जहां पर क्षेत्र में जन चर्चा बनी हुई है कि इस बड़े मामले की गंभीरता को देखते हुए। कोई जांच ना होना। कहीं ना कहीं अधिकारियों की मिली भगत के कारण संदेह के घेरे में देखा जा रहा है।यह वन प्राणियों की मौतों का मामला जो मीडिया के सामने प्रकाश में आया है। अब देखना यह है कि प्रदेश स्तर में वरिष्ठ अधिकारी बैठे हुए हैं। क्या एक्शन लेते हैं। क्या जांच होती है। इस बात की क्षेत्र में आमजन के बीच जन चर्चा बनी हुई है। बता दे की बिना जांच पीएम के मृत टाइगर को आग के हवाले कर दिया गया। आम जन के बीच जन चर्चा है। की टाइगर का पीएम कौन से डॉक्टर ने किया डॉक्टर का नाम एवं टाइगर के कौन से तत्व जांच हेतु रखे गए हैं। मीडिया के सामने प्रकाश में आए जो जन चर्चा में चर्चा है। रेंजर संजय राजपूत के पूर्व का इतिहास दर्शाता है। की रायसेन वन मंडल की रेंज सिलवानी में दो ट्रैक्टर ट्राली सागौन की इमरती से भरे हुए पकड़े थे। जिसमें दोनों ट्राली इनके कार्यकाल में गोलमाल हो चुकी हैं। जिसका जिम्मेदार कौन आप या हम। बता दे की ऐसे अनेको मामले भ्रष्टाचार में लिफ्त थे। जो वर्तमान स्थिति औबेदुल्लागंज वन मंडल की रेंज चिकलोद में देखे जा रहे हैं। जन चर्चा बनी हुई है कि ऐसे भ्रष्टाचारी अधिकारी के समय कार्यकाल की अवधि 3 वर्ष के बाद भी। प्रशासन मेहरबान है जहां पर मध्य प्रदेश सरकार हरे-भरे पेड़ों की सुरक्षा में लगी हुई है। तो वही आज हमारे बीच में जंगल से राष्ट्रीय चार वन प्राणियों की जीवन लीला समाप्त हो चुकी है। इतनी गंभीर दुखित घटना जो टाइगर को आग के हवाले किया। जंगल की सुरक्षा करने वाले वन जीव प्राणी को मौत के घाट उतारा। अब सुरक्षा क्या वन विभाग करेगा। क्षेत्र में भ्रष्टाचारिर्यों की मनमानी के चलते भ्रष्टाचार के मामले की कहानी आमजन के बीच जन चर्चा है जहां पर वन विभाग की मिली भगत से अतिक्रमण धारियों के हौसले बुलंद। वन प्राणियों की मौत के कारणो की सजा किसको मिलना चाहिए। आपको या हमको। क्षेत्र में जन चर्चा है कि ऐसे भ्रष्टाचारिर्यों को जिले से कहीं और स्थानांतरण किया जाए। एवं ऐसे दोषियों को सजा मिलना चाहिए। जनता के बीच जन चर्चा है।