कौशल बैरागी
*सीहोर।* सन 1857 के महान स्वतंत्रता संग्राम में झांसी की महारानी का अंतिम समय तक साथ देने वाले बांदा नवाब के वंशज श्री आफ़ाक अली बहादुर का निधन हो गया है। वह 69 वर्ष के थे और जिला पंचायत अधिकारी के रूप में सेवानिवृत्त होने के बाद कस्बा स्थित बांदा कंपाउंड में निवास कर रहे थे। बीती रात ईशा की नमाज के बाद उनका जनाजा निज निवास से निकाला गया जिसमें बड़ी संख्या में परिवारीजन, प्रबुद्धजन और मित्रगण शामिल हुए। इसके बाद चोपड़ा वाली मस्जिद के समीप स्थित अलीगढ़ क़ब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्दे ख़ाक कर दिया गया।
आफ़ाक अली बहादुर जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर हॉकी टीम के कप्तान कप्तान रहे और क्रिकेट के भी बेहतरीन खिलाड़ी थे। बेहद मिलन सार, हंसमुख और सबकी मदद करने वाले व्यक्ति के रूप में उनकी पहचान थी। इतिहास, राजनीति, पुरातत्व, चिकित्सा विज्ञान और देश दुनिया की ताजातरीन गतिविधियों के बारे में उनकी जानकारी हमेशा बेहद दिलचस्प रहती थी। उनके असामयिक निधन पर विधायक सुदेश राय, नपा अध्यक्ष प्रिंस राठौर, पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष बलबीर तोमर, भारतीय पत्रकार संघ के राष्ट्रीय महासचिव रघुवर दयाल गोहिया, जिला प्रेस क्लब के अध्यक्ष राकेश राय, वरिष्ठ पत्रकार बलजीत ठाकुर, सीहोर क्लब के सचिव शैलेंद्र पहलवान, जुगल किशोर पटेल, नरेंद्र जोशी, सुरेश बाबू राठौर, जयमल सिंह, रामरतन शाक्य, एआर शेख मुंशी, हरीश आर्य, संतोष सिंह, डॉ. गिरीश जोशी, डॉ. ए. ए. कुरैशी, सुरेश सोनी आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।