सुल्तानपुर में फैला 9 अवैध कॉलोनियों का मकड़जाल प्रशासन बेखबर-
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन। जिले के सुल्तानपुर नगर निकाय के अंतर्गत अवैध कॉलोनियों का मकड़जाल फैलता जा रहा है।सुल्तानपुर में इस समय लगभग 17 कॉलोनीयां विकसित की जा रही है। इनमें से कुछ ही कॉलोनी ऐसी है जिनकी TNCP और विकास अनुमति हुई है। परंतु रेरा एक्ट की अनुमति के अनुसार विकास नहीं किया गया है। इसके बावजूद भी कॉलोनाइजर धड़ल्ले से प्लॉट बेच रहे है और मकान बना रहे हैं । जबकि सच्चाई यह है कि कॉलोनी में न तो नाली है न सड़के हैं और न ही पानी की टंकी है ।इसके बावजूद भी स्थानीय प्रशासन की नाक के नीचे 9 अवैध कॉलोनी संचालित की जा रही है। यह कालोनाइजर ग्राहकों को बहला फुसलाकर सब्ज बाग दिखाकर कॉलोनी में प्लॉट बेचे देते हैं और जो ग्राहक मकान बना लेते हैं तो फिर व्यवस्थाओं के लिए दर दर की ठोकर खाते हैं।हालांकि प्रशासन को सबकुछ पता है। इसके बावजूद भी आज तक इन पर कार्रवाई नहीं हुई। वहीं अवैध कॉलोनी के मसले पर गोहरगंज एसडीएम चंद्रशेखर श्रीवास्तव ने कार्रवाई की बात की है।कॉलोनियों की आएदिन हो रही नगर परिषद सुल्तानपुर के अध्यक्ष प्रतिनिधि हेमराज मीणा भी खासे नाखुश हैं।उन्होंने सुल्तानपुर तहसीलदार और एसडीएम गौहरगंज चंद्रशेखर श्रीवास्तव से हस्तक्षेप कर उचित एक्शन की मांग की है।
सुल्तानपुर में नहरों पर सड़क बनाकर किया अतिक्रमण….अधिकारी बने खामोश
रायसेन। सुल्तानपुर तहसील मुख्यालय पर कॉलोनाइजरों के हौसले इस कदर बुलंद है कि उन्होंने नियम कायदों को ताक रखकर कॉलोनाइजरों द्वारा कॉलोनियों के मुख्य द्वार पर नहरों पर अतिक्रमण करके उनके ऊपर कंक्रीट से सड़क बना डाली ।और अधिकारी बजाज कार्रवाई करने के इस मामले में पूरी तरह से खामोश बने हुए हैं। बताया जाता है कि यह कॉलोनी रायसेन जिले के स्वास्थ्य राज्य मंत्री के बहनोई की है। शायद इसीलिए अधिकारी भी इस कॉलोनी पर जांच करवाई करने से परहेज कर रहे हैं। जब सैया भाई कोतवाल तो डर काहे का ….की तर्ज पर यह कॉलोनाइजर विकास अनुमति से लेकर रेरा और अन्य परमिशन के बगैर बेवकूफ होकर कॉलोनी में और प्लाटिंग और फ्लैट बनाकर बेच रहे हैं जमकर कमाई करने में जुटे हैं कालोनाइज र प्रकाश पटेल।
सुल्तानपुर के कॉलोनाइजरों की दबंगता और रसूख के आगे अधिकारी भी बेबस हैं। क्योंकि उन्हें सत्ताधारी सरकारों का राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है ।शायद इसलिए अधिकारी भी कार्रवाई करने से गुरेज कर रहे हैं।