सुल्तानपुर में नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी मीणा के पतिदेव हेमराज मीणा ने दुकान बनाकर करोड़ों रुपए हजम कर गए,विपक्ष कमजोर नगर परिषद अध्यक्ष पतिदेव के हाथों में परिषद की बागडोर,भोजपुर सीट के बीजेपी विधायक के बताए जा रहे खास
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन। नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी मीणा है लेकिन कुर्सी पर उनके पति देव हेमराज मीणा का जंगल राज चल रहा है जहां देखो वहां दूसरे विवाह की सरकारी जमीन पर जबरिया अतिक्रमण करके रातों-रात दुकान देते हैं और फिर लाखों रुपए कीमत वसूल कर दुकान बेचकर अपनी जब में भर रहे हैं ।अभी तकतहसील सुल्तानपुर मुख्यालय पर तीन-चार जगह सरकारी जमीन पर शॉपिंग कांप्लेक्स और दुकानों का निर्माण कर करोड रुपए की संपत्ति अपने खाते में जमा कर चुके हैं। बताया जाता है कि हेमराज मीणा भोजपुर के पूर्व वरिष्ठ नेता विधायक मुख्यमंत्री स्व.सुंदरलाल पटवा के दत्तक पुत्र वर्तमान भाजपा विधायक सुरेंद्र पटवा है की सरपरस्ती में यह सब कमाई का गोरख धंधा चल रहा है ।रायसेन कलेक्टर सहित जिला प्रशासन के प्रशासनिक अधिकारी सहित नगर परिषद सुल्तानपुर के अधिकारी और जनप्रतिनिधि और विपक्ष गोद में बैठने की वजह से सभी की मिलीभगत से यह सबकुछ खेल चल रहा है।
नप अध्यक्ष पतिदेव ने बेची सरकारी संपत्ति….डॉ मोहन सरकार क्यों बनीं मेहरबान
जहां एक और प्रदेश की डॉक्टर मोहन सरकार भ्रष्टाचारियों की जेल की हवा खिला रही है ।वहीं दूसरी तरफ जनता के भृष्ट निकम्मे जनप्रतिनिधियों की वजह से सुल्तानपुर में सरकारी जमीन संपत्ति खुलेआम लाखों करोड़ों रुपये में बेचकर अपनी खाली जेबें भरी जा रही है। यह सच्चाई कहां तक सच है कि भाजपा की सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगा रही है ।उनके ही पार्टी के चुने हुए जनप्रतिनिधि के पतिदेव यह काले कारनामे करके क्या संदेश देना चाहती हैं प्रदेश में सत्तारूढ़ डॉ मोहन सरकार को
रोड किनारे मौत के मुहाने बिठाए दुकानदार
मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनावनिकाय चुनावों में 35 फीसदी आरक्षण के तहत महिलाओं को सरपंच.नगर परिषद अध्यक्ष व जनपद पंचायत अध्यक्ष नपाध्यक्ष चुना गया.. लेकिन रायसेन जिले में नगर परिषदों में मुख्य नगर परिषद अधिकारी जो शासन का नुमाइंदा होता हैं और परिषद की मनमानी रोकने के लिए नियम कानून का पाठ पार्षदों को पढ़ाने के लिए रखा जाताहै। जिसके लिए आधे लाख से अधिक पगार भी दी जाती हैं ।निकायों के ज्यादातर यह अधिकारी भ्रष्टाचार में इस कदर लिप्त हो चुके कि इन्हें मुख्यमंत्री के निर्देश आदेश महज रद्दी का टुकड़ा भर दिखाई देता है ।क्या क्षेत्रीय विधायक भी इस भ्रष्टाचार को पोषित कर रहे जो उन्होंने अध्यक्ष पतियों को विधायक प्रतिनिधि बना दिया।
जी हां एक ऐसी ही नगर परिषद सुल्तानपुर का हाल है जहां सुल्तानपुर नगर परिषद के विकास कार्य का जिम्मा विधायक प्रतिनिधि बन कर अध्यक्ष पति ने संभाल लिया
है ।निकाय चुनाव में जिसे जनता ने चुना वो अपने घर पर चूल्हा चौका संभाल रही है और पतिदेव उनकी आसंदी पर बैठकर पूरा फायदा उठा कर जमकर भ्रष्टाचार कर रहा है ।और भाभी जी घर पर है ……सीरियल की तर्ज पर
नगर परिषद कार्यालय सुल्तानपुर में पत्नी की जगह कुर्सी पर बैठ रहे हैं और शासकीय योजना को संभाल रहे हैं ।भाजपा मंडल अध्यक्ष जो अध्यक्ष पति भी हे ।नप परिषद अध्ययक्ष पति ने पहले तो गरीब दुकानदारों की अतिक्रमण बता कर नगर परिषद से तुड़वाई दुकानें । फिर उसी सरकारी रोड किनारे की जगह में 1लाख 50 हजार रुपये लेकर पक्का अतिक्रमण कर किया भ्रष्टाचार किया।एमपीआरडीसी की सरकारी जमीन बस स्टैंड पर शॉपिंग काम्प्लेक्स की दुकानें व्यापारियों को बेचकर करोड़ों रुपये समेट लिए।
इनका कहना है
हमने बाकायदा एनजीटी से परमिशन एमपीआरडीसी से एनओसी लेकर बस स्टैंड सुल्तानपुर के शॉपिंग काम्प्लेक्स का निर्माण परिषद में प्रस्ताव पारित कर करवाया है। 15 दुकानों और दो गोडाउन बनवाई गई हैं।हेमराज मीणा नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुल्तानपुर