जनता के पैसे से अपने ही विकास की गंगा बहा रहे कांग्रेसी अध्यक्ष
घोड़ाडोंगरी। जहां एक तरफ घोड़ाडोंगरी का बस स्टैंड आजादी के 75 वर्षो के बाद से ही एक शौचालय तक को तरस रहा है आए दिन नगर परिषद में पैसे ना होने का हवाला देकर लोगों के काम न होने का मामला सामने आता रहा है वहीं दूसरी ओर आम जनता के टैक्स के पैसे का उपयोग नगर परिषद अध्यक्ष बखूबी अपने विकास की गंगा बहाने में कर रहे हैं ऐसा हम नहीं कह रहे हैं ऐसा तो नगर परिषद के सीएमओ ऋषिकांत यादव द्वारा बताया गया है।
जब हमारे द्वारा नगर परिषद के मस्टर से निकल रहे वेतन में कुछ लोगों के फर्जी वेतन का मामला सीएमओ यादव के सामने रखा गया तो अपने बचाव में सीएमओ द्वारा बताया गया कि उक्त दोनों कर्मचारी अध्यक्ष महोदय के घर पर कार्यरत है जो मेरे आने से पहले से कार्य कर रहे हैं आपको बता दें कि दोनों कर्मचारियों का कुशल श्रेणी में वेतन निकाला जा रहा है जिनका प्रतिदिन का वेतन लगभग 398 रुपए है जो की महीने का लगभग 14000 रुपए होता है दोनों कर्मचारियों का मिलाकर 28000 रुपए वेतन नगर परिषद से निकाला जा रहा है बताया जाता है कि विगत 2 वर्षों से दोनों कर्मचारी अध्यक्ष के यहां पर अपनी तैनाती दे रहे हैं अब यह समझ नहीं आ रहा है कि यह दोनों कुशल कर्मचारी कौन सा काम अध्यक्ष महोदय के घर पर कर रहे हैं।
अपने निजी हित में नगर परिषद के कर्मचारियों का उपयोग कहां तक सही है यह तो सभी जानते हैं इसके लिए कौन जिम्मेदार है क्या जनता का पैसा यूं ही लुटता रहेगा या नगर के विकास के लिए भी कुछ उपयोग होगा।
इनका कहना है (1) पूर्व से 2 कर्मचारी अध्यक्ष के यहां लगे हुवे है 2 डी डी कार्यालय में अटैच है 1 कर्मचारी गौ शाला में काम कर रहा है जिसका पेमेंट नगर परिषद से किया जा रहा हैं। ऋषि कांत यादव ,सीएमओ, नगर परिषद घोड़ाडोंगरी (2) नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में कर्मचारियों की फर्जी हाजिरी का भुगतान का मामला संज्ञान में आने पर परिषद में उठाया गया है जहां पर सीएमओ ने अध्यक्ष के यहां दो कर्मचारी काम कर रहे हैं बताया गया जहा क्षेत्रीय विधायक मैडम के माध्यम से वरिष्ठ कार्यालय को शिकायत प्रेषित की जाएगी। राकेश मानकर पार्षद वार्ड नंबर 10 घोड़ाडोंगरी