गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए प्रधान जिला न्यायाधीश ने कहा
मुलताईं। देश से अंग्रेजों को तो हमने 1947 में ही खदेड़ दिया था।लेकिन गणतंत्र दिवस पर हमने जो गणतंत्र अंगीकार किया है,उस गणतंत्र को हम आत्मसात करे, पालन करे। जैसा हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने सोचा था,वैसा ही करे,धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र हो,सभी धर्मों का सम्मान हो। आम आवाम को सम्मान हो,लोकतंत्र की रक्षा ही।न्याय के अभाव में चिराग जले या ना जले,पर यह ख्याल रखना होगा कि कोई चिराग बुझे नही। यह बात गुरुवार को अधिवक्ता संघ मुलताईं द्वारा न्यायालय परिसर में आयोजित नववर्ष मिलन समारोह एवं गणतंत्र दिवस समारोह में बैतुल के प्रधान जिला न्यायाधीश प्राणेश कुमार प्राण ने कही। उन्होंने कहा कि ये मत सोचो कि देश ने हमे क्या दिया।ये सोचो कि हमने देश को क्या दिया।गणतंत्र दिवस समारोह का शुभारंभ मां सरस्वती के छायाचित्र समक्ष प्रज्वलित कर माल्यार्पण के साथ हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुर्व केबिनेट मंत्री एवं विधायक सुखदेव पांसे ने कहा कि निरीह परेशान प्राणी के लिए सबसे पहले भगवान है। भगवान के बाद न्यायधीश है,जहां जनता को न्याय मिलता है। इस दौरान उन्होंने अधिवक्ता संघ की मांग पर न्यायालय परिसर में निर्माण कार्य के लिए विधायक निधि से 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। कार्यक्रम में बैतुल एवं मुलताईं के न्यायाधीश गण पंकज चतुर्वेदी,अतुलराज भलावी,दिनेश मीणा,अभिषेक साहू,आकांक्षा टेकाम,मानसिंह ताहेड,आदेश मालवीय,दीपिका मालवीय, साधना महेश्वरी,गिरीश दीक्षित,हेमन्त कुमार यादव,कलम सिंह मेडा,धीरेंद्र मंडोल, राकेश बंसल,नगरपालिका अध्यक्ष नीतू प्रह्लाद सिंह परमार,वरिष्ठ अधिवक्ता एमएन भार्गव,पुर्व विधायक पीआर बोड़खे,शमीम खान का अधिवक्ता गणों ने पुष्पहार से स्वागत किया। कार्यक्रम में अधिवक्ता संघ अध्यक्ष चंदशेखर चंदेल ने पुराने जर्जर कोर्ट भवन को तोड़कर शीघ्र नए भवन का निर्माण कराए जाने,पशिम दिशा की ओर नए गेट का निर्माण कराए जाने,परिसर में पेविंग टाइल्स लगवाने, मंदिर का टीन शेड निर्माण किए जाने,पक्षकार भवन का विस्तार वके सेमीनार हाल बनाये जाने की मांग रखी,जिस पर समाज सेवी लोकेश यादव ने गेट निर्माण कराने एवं पेविंग टाइल्स लगाने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में मुलताईं को जिला बनाए जाने विधायक श्री पांसे एवं जिला न्यायाधीश श्री प्राण को अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौपा।कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट चैतराम बनखेड़े ने किया। कार्यक्रम में एडवोकेट
प्रवीण माने,सचिन बिहारिया,महेश राठौर,प्रमोद कोसे,प्रशांत भार्गव,विशाल कोड़ले का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम को अधिवक्ता टीके चौधरी,कल्लू सिंह ठाकुर ने भी संबोधित किया।