नपा परिषद की बैठक में हुई चर्चा 52 में से 18 प्रस्ताव पारित, शेष 32 आगामी बैठक में
मुलताईं। नगरपालिका परिषद की सोमवार को आयोजित सामान्य सभा की बैठक हंगामेदार रही। बैठक में प्रस्ताव से हटकर हरदौली बांध से नगर की टँकी में आ रहे पानी के वितरण एवं पाइप लाइन बिछाने को लेकर पार्षदो ने हंगामा मचाया। वहीं सहायक राजस्व निरीक्षक दुर्गा सिंह चंदेल को लोक निर्माण शाखा से हटाकर अन्य प्रभार दिए जाने को लेकर भी गरमा गरम बहस हुई। इसके अलावा भी प्रस्ताव से हटकर कई मुद्दे सामने आए। बैठक में यह भी सामने आया कि परिषद की पूर्व में हुई बैठक में पारित प्रस्ताव पर कोई कार्य नही हुआ। बैठक में भाजपा पार्षद अजय यादव ने कहा कि परिषद के गठन को 6 माह का समय बीत चुका है,लेकिन कोई विकास कार्य नही हुए है। सीएमओ नितिन बिजवे ने कहा कि नगरपालिका में सिविल उपयंत्री नही होने से कार्य नही हो पा रहे। उपयंत्री की नियुक्ति के लिए भोपाल जाकर प्रयास करना होगा। बैठक के एजेंडे में 52 प्रस्ताव होने पर उपाध्यक्ष शिव माहोरे ने आपत्ति जताते हुए कहा कि एक बैठक में इतने प्रस्ताव नही रखे जाए,क्योंकि चर्चा नही पाती है।जिसके चलते बैठक में 52 में से सिर्फ 20 प्रस्ताव पर ही चर्चा हो पाई।शेष 32 प्रस्ताव आगामी बैठक में रखे जाएंगे। वहीं नगर जीवनधारा जल तृप्ति योजना अंतर्गत दिए जाने वाले पानी की दर में वृद्धि किए जाने वाले प्रस्ताव पर अध्यक्ष सहित सभी पार्षदो ने दर वृद्धि करने पर सहमति नही जताई। जिससे पानी की दर में वृद्धि नही होगी। वहीं सूर्यनारायण सरोवर के पास मछली बाजार लगाने का प्रस्ताव निरस्त कर दिया। जबकि सभी वार्डो में तीन तीन लाख रुपए के निर्माण कार्य कराए जाने को स्वीकृति प्रदान की।बैठक में नगरपालिका अध्यक्ष नीतू प्रहलाद सिंह परमार,उपाध्यक्ष शिव माहोरे,सभापति अंजली शिवहरे,साजेदा बेगम,निर्मला उबनारे,वंदना साहू,सुरेश पौनीकर,रितेश विश्वकर्मा,पंजाब चिकाने,पार्षद डॉ जीए बारस्कर,अजय यादव,महेंद्र जैन,वर्षा गडेकर, शिल्पा शर्मा,कुसुम पाठेकर सांसद प्रतिनिधि विजय शुक्ला,सीएमओ नितिन बिजवे सहित कर्मचारी उपस्थित रहे।
परिषद की बैठक की करवाई वीडियो ग्राफी
नगरपालिका अध्यक्ष नीतू प्रहलाद सिंह परमार ने बताया कि पूर्व में हुई परिषद की बैठक में हुई चर्चा अनुसार रजिस्टर में पारित प्रस्ताव नही लिखे गए है।जिसके चलते उनके द्वारा तुरंत प्रस्ताव लिखवाकर वीडियो ग्राफी करवाई गई है। जिससे प्रस्ताव पर पारित निर्णय नही बदले जा सके।