कलेक्टर से हुई शिकायत, दुकान सील
धार। मध्य प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना लाडली बहना योजना को लेकर इन दिनों प्रदेश भर में महिलाओं के फॉर्म भरे जा रहे हैं. पात्र महिलाओं को eKYC करना जरूरी है. जब महिलाएं eKYC करने के लिए कियोस्क सेंटर पर पहुंच रही हैं, तो कई कियोस्क सेंटर पर रुपए की मांग की जा रही है, जबकि शासन की ओर से कियोस्क संचालकों को eKYC की राशि दी जाएगी. उसके बावजूद धार जिले में कई सेंटरों से खबरें आ रही है कि 50 से ₹200 तक महिलाओं से मांगे जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला आज धार शहर के धान मंडी चौराहे स्थित कियोस्क सेंटर से सामने आया.
दरअसल जब एक युवती अपनी मां के साथ कियोस्क पहुंची और सेंटर संचालकों को ई-केवाईसी करने के लिए कहा, तो संचालक ने दो eKYC करने पर ₹100 रुपए देने की मांग की. युवती को जब पता लगा कि यह निशुल्क होना चाहिए, तब युवती ने धार कलेक्टर को इसकी शिकायत की. कलेक्टर ने नगर पालिका सीएमओ को इसकी जांच करने के लिए कहा. सीएमओ निशिकांत शुक्ला सहित नगरपालिका का अमला मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाकर दुकान को सील कर दिया है.
युवती लक्ष्मी सोलंकी ने बातचीत में बताया कि वह भी फॉर्म भरने के लिए गई थी, क्योंकि eKYC के बगैर फॉर्म अपलोड नहीं हो रहा था. ऐसे में वह धान मंडी चौराहे पर स्थित जीनाइन सर्विसेस कियोस्क सेंटर पर पहुंची. ईकेवाईसी के लिए दुकान पर मौजूद युवक से बातचीत की. युवक ने दो फॉर्म की ईकेवाईसी के लिए ₹100 मांगे, लेकिन तब पता नहीं था कि रुपए नहीं लगते हैं. नगर पालिका कार्यालय में जब वह फॉर्म भरने के लिए पहुंची वहां पर भाजपा विधायक भी पहुंची थी. उस दौरान विधायक ने योजना की जानकारी के साथ यह भी बताया था कि ईकेवाईसी करने के लिए रुपए नहीं देना है. इसकी व्यवस्था सरकार ने निशुल्क की है.
इसी बात को ध्यान में रखकर युवती दोबारा उसी दुकान पर पहुंची, तो दुकानदार ने युवती को धमकाया और कहा कि अन्य सेंटरों पर रुपए देना जरूरी है. नगरपालिका में रुपए नहीं लगते हैं. युवती ने जब अपने रुपए मांगे तो दुकानदार बहस करने लगा. धमकाने लगा. इस पर युवती ने धार कलेक्टर प्रियंका मिश्रा को तुरंत इस मामले की जानकारी दी थी. कलेक्टर ने तुरंत इस मामले को संज्ञान में लेते हुए नगर पालिका सीएमओ को जांच के लिए निर्देशित किया. सीएमओ निशिकांत शुक्ला मौके पर पहुंचे और ₹100 लेने की बात सामने आने के बाद प्रशासन ने दुकान को सील कर दिया.