बैगर सत्यापन किये लगा दिया पेविंग ब्लॉक अब लीकेज हो रहा पानी
सबसे बड़ा सवाल – आखिर कैसे और किसने कर दिया कार्य पूर्ण का सत्यापन
सारणी। एक तरफ बैतूल जिले में पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण तो दूसरी तरफ बैतूल जिले की सबसे बड़ी नगरपालिका बहा रही हजारों लीटर पानी। दो घुट पानी के लिए गहरे कुएं में उतरकर जान जोखिम में डालकर पानी लेने को मजबूर ग्रामीण तो वही दूसरी तरफ जल आवर्धन योजना के तहत लगाया गई पाइप लाइन से लगातार पांच दिन से निकल रहा पानी। साथ ही पानी के टैंकरों से बट रहा क्षेत्र में पानी, क्या सारनी नगरपालिका के इंजीनियरों के पास नहीं है डिग्री ? जो घटिया निर्माण कार्य को भी दर्शा देते हैं उच्च गुणवत्ता का ऐसे ही कई मामले सारणी नगरपालिका में पड़े हुए जिसमें गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य गुणवत्ता का बताते हुए बिलों के भुगतान आसानी से किए जा रहे हैं ?
दरअसल मामला बैतूल जिले की सारनी नगर पालिका का है जहा वार्ड क्रमांक एक (बेहड़ा वाला बाबा मंदिर के पास) में जल आवर्धन योजना के तहत पाईप लाईन लगाई गई थी जिसके बाद नगर पालिका के द्वारा ऊपर से पिविंग ब्लाक लगाकर कार्य को पूर्ण कर दिया गया। परंतु जल आवर्धन की पानी सप्लाई शुरू भी नहीं हुई की पेविंग ब्लाक से पानी लीकेज होना शुरू हो गया। अब नगर पालिका के जिम्मेदार इंजिनियर ने जल आवर्धन योजना के तहत लगाई गई पाईं लाइन को सत्यापन कैसे कर दिया।
पांच दिन से अभी तक हजारों लीटर बह चुका पानी
100 करोड़ से अधिक की जल आवर्धन योजना से लोगों को वाटर सप्लाई शुरू करने को लेकर जोर शोर से तैयारी की गई थी। टंकी से वाटर सप्लाई टेस्टिंग के दौरान जगह-जगह से भारी लीकेज की समस्या सामने आ रही हैं। जिसमें भारी मात्रा में पानी सड़कों तथा नाली में बह रहा हैं। इतना ही नहीं नगर पालिका के कई निर्माण कार्य इस लीकेज के कारण खराब हो रहे हैं। वही नगरपालिका के पेविंग ब्लॉक लगाने का कार्य, सीसी सड़क बनाने के कार्य किए जा चुके हैं। अब देखना यह होगा कि लापरवाह नगर पालिका के अधिकारी कर्मचारी पानी की लीकेज समस्या को कैसे दूर करते है ?