स्वच्छता की मिसाल देने में अव्वल सारणी नगर पालिका के गजब कारनामे
तेज बारिश में हाथ में प्लास्टिक पहनने को मजबूर है मजदूर
सारणी/जीत आम्रवंशी, मध्यप्रदेश के दूसरे नम्बर पर आने वाली और बैतुल जिले की सबसे बड़ी नगर पालिका सारणी जिनके अधिकारी जब स्वच्छता की मिसाल ऐसे देते हैं मानो इनके मुह से शहद टपक रहा हो। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री को कही पर कचरा दिख जाए तो स्वंय ही स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा बन जाते हैं तो वही नगर पालिका जिनके कार्य क्षेत्र में यह स्वच्छता सन्देश के साथ शहर को स्वच्छ बनाने का कार्य किया जाता है। फिर भी इनको सिर्फ सम्मान मिल जाये इतना ही बहुत है, क्योंकि नगर पालिका में वर्षो से जमे अधिकारी सिर्फ सम्मान के मोहताज हैं।
दरअसल मामला सारणी नगर पालिका का है जहां शहर को स्वच्छ बनाने के लिए कचरा उठाने मुंह दिखाई की रस्म के नाम पर लगातार प्रयास किए जा रहे है। लेकिन स्वच्छता विभाग अंतर्गत काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को शहर में इकट्ठा हुए कचरा उठाने लिए हाथ में पहनने वाले दस्ताने देने में असफल साबित हो रही नगर पालिका। बात की जाए वार्ड 1 से 36 तक की तो इकट्ठा हुए कचरे को उठाकर शहर से दूर करने का भी टेंडर होता है और वही ठेकेदारो की मनमानी के चलते काम करने वाले सफाई मजदूर बगैर हाथ ने दस्ताने पहने हाथ में प्लास्टिक पहनने को मजबूर दिखाई दे रहे है।
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है बारिश के मौसम में हाथ में दस्ताने नही होने के कारण हाथ में प्लास्टिक डाले गिला कचरा उठा रहे है। बारिश के मौसम में जहरीले कीड़ों के काटने का भी लगा रहता है डर।
इनका कहना है - किशोर बरदे, नगर पालिका अध्यक्ष आपके माध्यम से मुझे जानकारी प्राप्त हुई, सफाई कर्मचारियों को देने के लिए हमारे पास दस्ताने पर्याप्त मात्रा में उपल्ध है मैं कल ही इनको अपडेट करता हु।