*धार्मिक व सामाजिक संगठन व वक्फबोर्ड के जिला अध्यक्ष व सदस्य द्वारा शहडोल कब्रिस्तान में वृक्षारोपण किया गया*
शहडोल।
दिनाँक 20 अगस्त 2023 को नवनियुक्त “जिला वक्फबोर्ड अध्यक्ष शहडोल रियाज अहमद”के अध्यक्षता में ईदगाह कब्रिस्तान शहडोल,में वृक्षारोपण किया गया। व आवाम से कब्रिस्तान में साफ_सफाई रखने की अपील की गई। पर्यावरण को शुद्ध बनाए रखने और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए मुस्लिम समाज आगे आया है। शहडोल कब्रिस्तान में मुस्लिम समाज के लोगों ने की वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें वक्फ बोर्ड के साथ कई मुस्लिम युवाओं ने वृक्षारोपण कर एक नई मुहिम को समर्थन दिया। देश-प्रदेश में वृक्षा रोपण की ये मुहिम चलाई जा रही है। हजारों पौधे लगाने का कार्यक्रम रखा गया है। इसी कड़ी में रविवार को कब्रितान परिसर में भी वृक्षारोपण किया गया। धार्मिक व सामाजिक संगठन वक्फ बोर्ड के शहडोल जिला अध्यक्ष रियाज अहमद ने कहा कि असंतुलित जलवायु और बदलते पर्यावरण को देखते हुए दुनिया भर में ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ गया है। जिसे देखते हुए वक्फ बोर्ड के माध्यम से पिछले कई सालों से पौधारोपण का अभियान चला रही है। इस अभियान से अब तक देश भर में लाखों पौधे लगाए जा चुके हैं। देश भर में वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है।
वक्फ बोर्ड जिला अध्यक्ष रियाज अहमद ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए एक कार्ययोजना तैयार की गई है। जिसमें पर्यावरण संबंधी जनजागृति, वृक्षारोपण का महत्व बताना, ग्लोबल वार्मिंग का खतरा आदि विषयों की जानकारी देते हुए पर्यावरण साफ सुथरा रखने संबंधी लोगों को मोटिवेट करना है। हम इसके लिए जिला लेवल पर सार्वजनिक सभाओं का आयोजन करना, मेन टु मेन मुलाकात करना, सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग्स लगाना, विज्ञापनों के माध्यम से वृक्षारोपण की ओर लोगों को आकर्षित करना है।
रियाज अहमद ने बताया कि वक्फ बोर्ड द्वारा संचालित सभी शैक्षणिक संस्थान इस अभियान में शामिल हैं। शहर-शहर स्टूडेंट वृक्षारोपण जनजागृति करने के उद्देश्य और लोगों को जोड़ने के लिए रैलीयां निकाल रहे हैं। अशरफ खान ने कहा कि इस मुहिम को सफल बनाए और अपने परिसर में अपनी पसंद की जगह पर कम से कम एक पौधा लगा कर उसको पेड़ बनाए ताकि हमें भविष्य में पर्यावरण संकट का सामना न करना पड़े।
*इनकी रही उपस्थिति*
कार्यक्रम में मुख्य रूप से समाजसेवी हसीब अख्तर,
समाजसेवी अशरफ खान (भईयन) वक्फबोर्ड कमेटी के राशिद भाई,साजिद भाई,सौकत भाई,बाबू भाई,शाकिर भाई,सोनू भाई,मोंटी भाई,कासिम भाई,कट्टू भाई,मौलाना जिया उल हसन, ताज भाई,कौमी भाई,व अन्य सैकड़ो की तादात में मौजूद रहे।