आखिर कौन है जिम्मेदार, कैसे होगी कार्यवाही ?
जुन्नारदेव। (लक्ष्मी प्रसाद नागवंशी/राकेश कुमार बारसिया) प्रदेश सरकार सभी जिलों में विभिन्न योजनाओं को अवगत कराने का पूरा प्रयास कर रही तो वही भोले भाले ग्रामीणों को बेवकूफ बनाने में लगे पंचायत के अधिकारी। कार्यालय के चक्कर काट रहे ग्रामीण। नही हप्ते में दो दिन जाते है पंचायत के सचिव अपना काम करवाने के लिए कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर ग्रामीण।
विधान सभा जुन्नारदेव की पंचायत हिरदागढ़ के पंचायत पर दोपहर के 12 बजे पंचायत का चैनल गेट खुला था किंतु पंचायत का मुख दरवाज़े पर ताला लगा हुआ पाया गया |पंचायत पर कोई भी मौजूद नही था ग्राम वासी बाहर पंचायत पर खड़े होकर सचिव का इंतजार करते नजर आए सहायक ,सचिव,रोजगार सहायक ,जीआरएस,मोबोलिजर,सभी के नाम लिखे है पंचायत कर्मचारी की सूची पर उसके बाबजूद भी एक भी पंचायत का कर्मचारी पंचायत पर उपास्थि त नहीं थे |
पंचायत मंत्री ने आदेश जारी किया था कि सोमवार और गुरुवार के दिन अपने कार्यालय में ही उपस्थिति दे। जिससे कि ग्रामीणों को अपनी समस्या बताने के लिए ज्यादा परेशान नही होना।
लेकिन यहाँ ऐसा कुछ नही हुआ, नाम ना बताने की शर्त पर ग्रामीण ने बताया कि पंचायत सचिव हप्ते में दो आते है कार्यालय। और कभी कभी तो ताला भी लगा होता है दूसरे गाँव से आने वाले ग्रामीणों को परेशान होना पड़ता है।
इनका कहना है
सचिव पुत्र मैं पंचायत का काम करता हु मै अभी बाहर हू बाद मैं कार्यालय आऊंगा। मेरे पिता जी सचिव है
सचिव पुत्र हिरदागढ़ पंचायत