भगवत रूप की झांकी की गई प्रदर्शित
जुन्नारदेव —-
वर्तमान युग में विचारों में परिवर्तन लाना और श्रेष्ठ विचार को अपनाना ही मुख्य बात है राजयोग मेडिटेशन के द्वारा तनाव मुक्त जीवन पा सकते हैं और जीवन में अपार खुशियां ला सकते हैं उक्त आशय के उद्गार नगर के वार्ड क्रमांक 3 विवेकानंद कॉलोनी में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आश्रम संस्थान में जारी सात दिवसीय भागवत कथा के चौथे दिन मंगलवार को राजयोगिनी वर्षा दीदी द्वारा व्यक्त किए गए। उन्होंने जीवन में सतयुग जितनी खुशियां प्राप्त करने के लिए अपने आप में परिवर्तन लाने की बात कही। यदि हम सदा जीवन उच्च विचार रखकर आगे बढ़ेंगे तो निश्चित ही हमारे सामने सतयुग जैसा माहौल बनेगा उन्होंने शिव पुराण के उदाहरण भी प्रस्तुत किया साथ ही भारतीय शिक्षा प्रणाली को श्रेष्ठ बताते हुए वर्तमान में भारत को विश्व का महागुरु बताया भारतीय शिक्षा में वेदों के सिद्धांत की पढ़ाई के संबंध में भी अपने विचार व्यक्त किया भागवत कथा के दौरान भगवत रूप की झांकी भी प्रस्तुत की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में नगर की धर्म प्रेमी जनता उपस्थित रही।