सपा नेता और आरटीआई कार्यकर्ता ने पुलिस थाने में की शिकायत
मुलताई। नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ रहे पूर्व खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पल्लव अमृतफले को व्यापम घोटाले में आरोपी होने के चलते एसटीएफ द्वारा बीते 30 अप्रैल 2022 को गिरफ्तार किया गया था लेकिन 1 मई और 2 मई को डॉक्टर पल्लव द्वारा लाखों रुपए का बिलो का सत्यापन कर कैश बुक में हस्ताक्षर करने का मामला सामने आया है।आरटीआई कार्यकर्ता प्रभु सोनारे ने आरटीआई के माध्यम से ली जानकारी के बाद इसका खुलासा किया है और थाना प्रभारी को इस मामले की शिकायत कर पूर्व बीएमओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।सोमवार को सपा नेता अनिल सोनी और आरटीआई कार्यकर्ता प्रभु सोनारे ने थाना प्रभारी सुनील लाटा को सौंपी शिकायत में बताया है कि सूचना के अधिकार के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की रोगी कल्याण समिति की कैश बुक और बिल वाउचर प्राप्त होने के बाद यह खुलासा हुआ है कि पुलिस अभिरक्षा में रहते हुए पूर्व बीएमओ डॉक्टर पल्लव अमृतफले द्वारा लगभग 5 लाख रुपए के बिलो का सत्यापन कर कैश बुक में फर्जी तरीके से हस्ताक्षर किए गए हैं। शिकायत में न्यायालय की आर्डर शीट संलग्न करते हुए यह बताया है कि पूर्व बीएमओ डॉक्टर पल्लव के खिलाफ व्यापम मामले में एसटीएफ द्वारा केस दर्ज किया गया था। एसटीएफ द्वारा बीते 30 अप्रैल 2022 को डॉक्टर पल्लव अमृत फले को मुलताई से गिरफ्तार कर 1 मई 2022 को न्यायालय में पेश किया गया था। जहां से न्यायालय द्वारा सेंट्रल जेल भोपाल भेजा गया । बीते 30 मई 2022 तक डॉक्टर पल्लव जेल में बंद रहे। उसके बाद भी 1 मई 2022 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की रोगी कल्याण समिति की कैश बुक में डॉक्टर पल्लव द्वारा लाखों रुपए के बिलो का सत्यापन कर कैश बुक में हस्ताक्षर किए गए हैं।वही 2 मई को जेल में बंद रहने के दौरान चेक क्रमांक 0036 0037 0038 से लगभग 5 लाख रुपए का भुगतान फर्जी तरीके से किया गया है। मिशन संचालक द्वारा डॉक्टर पल्लव को बर्खास्त करने से संबंधित पत्र भी शिकायत में संलग्न किया गया है। अनिल सोनी और प्रभु सोनारे ने शिकायत में बताया तत्कालीन लेखापाल चंद्रकांत ठाकरे और पूर्व बीएमओ डॉक्टर पल्लव अमृत फले द्वारा षडयंत्र पूर्वक कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर लगभग 5 लाख रुपए से अधिक की शासकीय राशि का भुगतान किया गया है। शिकायत कर्ताओं ने शिकायत में अलग-अलग फर्म को किए गए भुगतान की राशि का विवरण उल्लेखित करते हुए कुल 5 लाख 20 हजार 263 रुपए का भुगतान पूर्व बीएमओ द्वारा गिरफ्तार रहने की तिथि में किए जाने का उल्लेख करते हुए पूर्व बीएमओ डॉक्टर पल्लव अमृत फले और लेखापाल के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज करने की मांग थाना प्रभारी से की है।