सोनोग्राफी रिपोर्ट में एक बच्चा बताया, लेकिन हुए दो बच्चे
मुलताई। नगर के सरकारी अस्पताल में गरुवार को एक महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया,जन्म के बाद बच्चों की हालत बिगड़ने पर उन्हें बैतूल रेफर किया था गया था, लेकिन रास्ते में दोनों बच्चों ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि गर्भावस्था के दौरान महिला ने तीन बार अपनी सोनोग्राफी करवाई थी, लेकिन सोनोग्राफी में उसे एक बच्चा होने की सूचना दी गई थी और उसी के अनुसार उसका उपचार भी किया जा रहा था,लेकिन प्रसव के दौरान दो बच्चे प्रीमेच्योर डिलीवरी होने से और बच्चों का वजन कम होने से बच्चों की मौत होने की बात सामने आ रही है। इधर बच्चों की मौत होने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि खल्ला निवासी नेहा पति निलेश झारखंडे (19 साल ) कि आज मुलताई के सरकारी अस्पताल में डिलीवरी करवाई गई। जिसमें नेहा ने दो बच्चों को जन्म दिया।बच्चों के जन्म के बाद बच्चों की हालत खराब थी, ऐसे में उन्हें प्राथमिक उपचार देखकर मुलताई से बैतूल रेफर किया गया था,लेकिन रास्ते में ही दोनों बच्चों ने दम तोड़ दिया। नेहा के पति निलेश ने बताया कि लगभग 8 महीने पहले उसका विवाह हुआ था और मुलताई के डॉक्टर एमएस नगली से उनकी पत्नी की सोनोग्राफी की जा रही थी। डॉक्टर ने उन्हें बताया था कि उनकी पत्नी के गर्भ में एक बच्चा पल रहा है और उसी के अनुसार वे पत्नी का उपचार करवा रहे थे, जबकि उनकी पत्नी के गर्भ में दो बच्चे पल रहे है। बीएमओ अभिनव शुक्ला का कहना है कि इस मामले में यदि सोनोग्राफी करने वाले डॉक्टर की गलती सामने आएगी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि अभी उन्होंने सोनोग्राफी की रिपोर्ट नहीं देखी है, वहीं रिपोर्ट देखने के बाद ही वे संबंध में पुख्ता जानकारी दे पाएंगे। इधर बच्चों के पिता नीलेश का कहना है कि जब-जब उन्होंने सोनोग्राफी करवाई तब तब डॉक्टर ने उन्हें बताया कि एक ही बच्चा है,, जबकि वास्तव में उनकी पत्नी के पेट में दो बच्चे थे।