पुष्पा स्टाइल में वन टीम पर हमला, डिप्टी रेंजर गंभीर, नागपुर रेफर, 11 लकड़ी तस्कर गिरफ्तार
बैतूल। अगर आपने पुष्पा फिल्म देखी है तो उसमें जिस जंगल की कहानी बताई जाती है, उसका नाम है शेषाचलम है। यह जंगल लाल चंदन की तस्करी के लिए फेमस है, यहां चंदन की लकड़ी की तस्करी होती है। लेकिन आज हम आपको मध्यप्रदेश के एक ऐसे ही जिले की कहानी बताएंगे जहां पुष्पा-2 फिल्म की शूटिंग चल रही है। यह कहानी है बैतुल जिले के भैंसदेही की दिनदहाड़े खुलेआम इमारती लकड़ी को काटकर ले जा रहे लकड़ी माफिया।
ऐसा ही कुछ मामला बैतूल के भैसदेही में सामने आया है, जहां सागौन तस्करों को पकड़ने गई वन टीम पर आरोपियों ने जानलेवा हमला कर दिया। 15 से 20 तस्करों ने वन अमले पर पहाड़ी से सागौन के लट्ठे और पत्थर फेंके, जिससे टीम को लीड कर रहे डिप्टी रेंजर के कंधे पर गंभीर चोट आई है। वन विभाग ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दक्षिण वन मंडल के महाराष्ट्र से सटे ढोमकुंड जंगल में डिप्टी रेंजर साकली यदुनंलन यादव, वनरक्षक प्रवीण गुप्ता, बीड गार्ड शुमभ राठौर एक चौकीदार के साथ गश्त कर रहे थे। उसी समय उन्हें कुछ लोग सागौन की लकड़ी कंधे पर रखकर पहाड़ी पर चढ़ते हुए दिखे। जब वन विभाग की टीम ने उनको रोकने की कोशिश की तो तस्करों ने पहाड़ी के ऊपर से टीम पर लट्ठे और पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। जिससे एक बड़ा पत्थर डिप्टी रेंजर यदुनंदन यादव के कंधे पर लगा और वह जख्मी हो गए। जबकि अन्य कर्मचारियों ने पेड़ों के पीछे छिपकर अपनी जान बचाई पड़ा।
डिप्टी रेंजर गंभीर घायल, नागपुर रेफर
तस्करों ने सरकारी जिप्सी को भी क्षतिग्रस्त कर दी। इसके बाद वन तस्कर भाग गए। बीट गार्ड प्रवीण गुप्ता और शुभम राठौर घने जंगलों में घायल डिप्टी रेंजर को कंधे पर लादकर जिप्सी तक आए और महाराष्ट्र के परसवाड़ा के अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनकी हालत गंभीर होने पर उन्हें नागपुर रेफर कर दिया गया।