*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
समाधान नहीं करने वीआरएस सड़क ठेकेदार पर ग्रामीणों ने लगाया लापरवाही का आरोप
रायसेन।आरडीएसएमटी के तहत रतनपुर जोड़ से लेकर चिकलोद तक करीब 40 किमी लंबी सड़क वीआरएस सड़क कंपनी सूरत गुजरात को लगभग 84 करोड़ की लागत से दिया गया था।जैसे तैसे कुछ जगहों को छोड़कर सड़क निर्माण तो गया है।लेकिन रतनपुर जोड़ से लेकर पैमत तक करीब15 किमी के एरिया में लगभग एक दर्जन पुलियाओं का निर्माण बारिश की वजह से खटाई मेँ पड़ गया है।खुदी पड़ी मिट्टी की फिसलन की वजह से वाहन चालकों को आवागमन में मुसीबत बनने लगी है।रतनपुर निवासी भाजपा महिला मोर्चा नेता लक्ष्मी बाई कुशवाहा, झूमा बंजारा, रामदेवी ग्रामीण खुमान सेहरिया भोलाराम ने बताया कि जब बारिश सिर पर आ गई।तब सड़क ठेकेदार को दर्जन भर पुलियाओं के निर्माण की बात याद आई है।ऐसे में रतनपुर पैमत मार्ग पर निर्माणाधीन पुलियाओं के आसपास खुदी मिट्टी से कीचड़ से फिसलन पैदा कर रही है।जिससे दो पहिया चार पहिया वाहन आएदिन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
रतनपुर के सामने निर्माणाधीन पुलिया, पेट्रोल पंप के सामने पुलिया डुमावली मोड़ की पुलिया और पेनगवा मानपुर जोड़ की निर्माणाधीन पुलियाओं के बारिश के चलते बुराहाल है।
घटिया निर्माण की खुली पोल…… टिकाऊ क्षमता प्रभावित
ग्रामीणजनों का आरोप है कि सड़क ठेकेदार द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से सड़क और पुलियाओं का निर्माण घटिया सीमेंट लोकल बजरी रेत और जंग लगे सरियों का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है।यहां विभाग के जिम्मेदार अधिकारी पुलिया के निर्माण की मॉनिटरिंग करना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।ग्रामीणों ने घटिया पुलियाओं के निर्माण के आरोप लगाए हैं।उन्होंने भोजपुर के भाजपा विधायक सुरेन्द्र पटवा सांची विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी घटिया सड़क पुलिया निर्माण की जांच की मांग की है।
इनका कहना है
पुलियाओं का निर्माण कर रही कंपनी के ठेकेदार के सुपरवाइजर ललित जोशी ने कहा कि पुलियाओं के निर्माण में अनुमतियाँ देरी से मिलने की वजह से विलंब हो रहा है। अधिकारियों को कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। बिजली पोल और ट्रांसफार्मर को शिफ्ट न किए जाने के कारण सड़क चौड़ीकरण और पुलियाओं का कार्य और भी विलंबित हो सकता है।