शालाबरु पांडव वट गौशाला के बुरेहाल,सरकार से हजारों रुपये की अनुदान राशि डकार रहे मिलजुलकर गौशाला के संचालक सदस्य
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन।तहसील सिलवानी की ग्राम पंचायत शालाबरू स्थित पांडव वट गौ शाला के इन दिनों बुरेहाल हैं।उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं रायसेन से शासन स्तर पर हर महीने 40 रुपये प्रत्येक पशु के हिसाब से गौ चारा निधि मिल रहे हैं।लेकिन मौके पर कुल गौ शाला के पशुओं की गिनती अगर कर ली जाए तो कागजी खानापूर्ति घोटाला उजागर आसानी से उजागर हो सकता है।
अधिकारी गौ शाला के संचालक मिलजुलकर कर फर्जीवाड़ा कर हड़प रहे गौ चारा अनुदान निधि
जिले में संचालित गौ शालाएं कागजों में ही चल रही हैं।युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष हर्ष वर्धन सोलंकी ने बताया कि भाजपा की सरकारों में गौ शालाएं उनके बड़े नेताओं और उनके संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओ की चल रही हैं।यदि गौ शालाओं को मिलने वाली गौ अनुदान राशि की जांच पड़ताल हो जाए तो इनसे जुड़े कई नेता और कर्ताधर्ता जेल की सलाखों के पीछे जा सकते हैं।गौ शालाओं के गौ चारा अनुदान घोटाला से अधिकारियों और संचालक सदस्यों की जेबें गर्म हो रही हैं।
मौके पर सिर्फ दर्जनभर
रिकॉर्ड में 250 गाय बछड़ों का हर महीने अनुदान
पांडव वट गौ शाला शालाबर्रू के संचालक राम सेवक पटेल इसमें मीडियाकर्मियों को 250 गायों का होना बता रहे हैं।जबकि मौके पर जांच पड़ताल कर उनकी संख्या की अगर गिनतीकी जाए एक दर्जन पशुओं से ज्यादा नहीं हो सकती।गौ शाला खाली पड़ी हुई है।मनमानी और लापरवाही का आलम यह है कि गौशाला नेताओं की कमाई मोटी आमदनीका जरिया बन गया है।नेताओं की जेबें गर्म हो रहीं हैं और गौ शालाओं में कैद गौ माता बछड़े भूखे प्यासे तड़प के लिए मजबूर हैं।