पंचायत कर्मि कर रहे लाखों का गोलमाल, सरकारी योजनाएं केवल कागज तक ही सीमित।
जुन्नारदेव
जुन्नारदेव विधानसभा क्षेत्र के पंचायत द्वारा बड़ा घोटाला किया जा रहा है कहीं फर्जी मास्टर रोल भरे जा रहे हैं, फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है, खातेदारों से वसूली की जा रही है, निर्माण कार्य घटिया प्रकार से किया जा रहे हैं, और तो और खेत तालाब मेड़बंधान, निर्मल नीर योजना, कूप निर्माण, वृक्षारोपण, सब केवल कागजों में ही सिमट कर रह गए हैं। ऐसा ही एक मामला जुन्नारदेव विधानसभा के ग्राम पंचायत बिलावर कला में सामने आया है जिसमें वर्ष 2022-23 एवं वर्ष 2023-24 में ग्राम वासियों के जॉब कार्ड में फर्जी हाजिरी लगाकर लगभग 17 खेत तालाब, निर्मल नीर योजना, कूप निर्माण एवं वृक्षारोपण जैसे कार्य केवल कागजों में ही किए गए हैं। जमीनी स्तर एवं जमीनी हकीकत के अनुसार किसी भी हितग्राही को खेत तालाब का, मेड़बन्धान, का वृक्षारोपण का, निर्मल नीर का, कूप निर्माण योजना का लाभ नहीं मिला है। ग्राम पंचायत बिलावर कला के सचिव सुंदरलाल डेहरिया द्वारा रोजगार सहायक अरविंद आमरे के काले कारनामों पर परदा लगाया जा रहा है ग्राम पंचायत बिलावर कला में दो-दो बार आरटीआई लगाने के बावजूद भी ग्राम पंचायत बिलावर कला के (सचिव) लोक सूचना अधिकारी आरटीआई का जवाब देने से मुकर रहे हैं। एवं नियमों का हील हवाला देकर जानकारी नहीं दे सकते का जवाब पेश कर देते हैं। इससे साफ पता चलता है की ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक द्वारा किए गए घोटाले में पंचायत सचिव बराबरी के हिस्सेदारी निभा रहे हैं। इसीलिये आरटीआई का जवाब देने में आनाकानी कर रहे हैं। बिलावर कला में 17 खेत तालाब मनरेगा के तहत निर्मित होने थे हितग्राहियों को जिनका लाभ मिलना था, जिनमें से एक भी खेत तालाब किसी के भी खेत में नहीं बनाए गए केवल जॉब कार्ड भरकर पैसों का आहरण कर लिया गया। यहां तक की बिलावर कला के रोजगार सहायक अरविंद अमरे शासकीय कर्मचारी होने के बावजूद उन्होंने अपनी पत्नी का जॉब कार्ड बनवा रखा है, जिसमें मनमानी हाजिरी भरकर शासन के पैसों का आहरण किया जा रहा है। और तो और अपने ही परिवार के लोगों के नाम से खेत ताला बी कागज में बनाकर उनके भी पैसे अरण कर लिए गए हैं प्राप्त एवं मिली जानकारी के अनुसार ग्राम के ही रोजगार सहायक अरविंद आमरे द्वारा ग्राम में पहले से ही रिलायंस द्वारा खोदे गए खेत तालाब को शासन की योजना द्वारा खोदे गए खेत तालाब बकर उसकी भी राशि अरण कर ली गई है बिलावर कला में वृक्षारोपण का भी कार्य किया गया है वृक्षारोपण के तहत जितने भी पौधे लगाए गए उसमें से आधे से ज्यादा पौधे मर गए है। ना पौधों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जा रहा, न पौधों के पालन पोषण पर ध्यान दिया जा रहा, ना पौधों के रखरखाव पर ध्यान है। केवल पैसों की उगाही करने के लिए योजनाओं को पंचायत द्वारा लागू कर अपना अपना स्वार्थ सिद्ध किया जा रहा है
ग्राम पंचायत बिलावर कला में आरटीआई लगने की खबर लगते ही पंचायत निवासियों द्वारा खेत तालाब निर्माण कार्य की जांच के लिए जनपद पंचायत जुन्नारदेव में आवेदन में प्रस्तुत किया गया था। इसके बाद मात्र दिखावे के लिए जनपद पंचायत जुन्नारदेव द्वारा बिलावर कला में जांच जारी की गई जो की थोड़े ही समय में ठंडे बस्ते में चली गई। जांच जारी होने के कारण आनन फानन में रातों-रात जेसीबी मशीन लगाकर खाली पड़े खेतों में कुछ खेत तालाब निर्मित किये गये है ऐसा गुप्त स्तरों से जनकारी प्राप्त हो रही है।लेकिन अभी भी जितने खेत तालाबों की जानकारी ऑनलाइन दिखाई दे रही है, उतने खेत तालाब हितग्राहियों के निर्मित नहीं हुए हैं। मतलब पंचायत कर्मचारी के साथ-साथ जनपद पंचायत में बैठे उनके आका द्वारा पंचायत कर्मियों को किसी ने किसी प्रकार का संरक्षण मिला हुआ है, जिसके तहत पंचायत कर्मी लाखों का घोटाला करने में बिल्कुल भी परहेज नहीं करते, और शासन की लाखों करोड़ों की राशि बिना हितग्राहियों को लाभ पहुंचाए डकार जाते हैं। यह खेल कई वर्षों से लगातार ऐसे ही चल रहा है लेकिन इस पर अभी तक किसी भी प्रकार की लगाम नहीं लगाई जा सकी है भ्रष्टाचार की जड़े इतनी गहरी इतनी सख्त जमी हुई है कि लाख कोशिश करने के बावजूद भी भ्रष्टाचार कहीं से कहीं तक खत्म नहीं हो रहा, बल्कि आने वाले समय के साथ-साथ और भी बढ़ता जा रहा है।