window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'G-VQJRB3319M'); BIG BREAKING: डेढ़ करोड़ से अधिक का धान गायब, समिति प्रबंधक समेत 3 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज - MPCG News

BIG BREAKING: डेढ़ करोड़ से अधिक का धान गायब, समिति प्रबंधक समेत 3 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

उपायुक्त सहकारिता ने मामले पर गंभीरता से लिया संज्ञान, जानिए पूरा मामला

सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले की वृहताकार सेवा सहकारी समिति ताखलाकला से डेढ़ करोड़ से अधिक का धान उपार्जन के बाद परिवहन के दौरान गायब हो गई. जिसकी शिकायत समिति प्रबंधक ने वरिष्ठ अधिकारियों और अरी थाने में की गई थी. वृहत्ताकार सहकारी समिति को धान खरीदी का जिम्मा मिला था. समिति प्रबंधक सत्यनारायण बघेल ने किसानों से धान खरीदी थी. जिसका परिवहन वेयर हाउस में होना था. परिवहन के लिए 3 ट्रकों से 28 बार लगभग 7400 क्विंटल धान परिवहन की गई थी, लेकिन धान गोदाम में नहीं पहुंची. इस मामले में पुलिस ने समिति प्रबंधक सहित 3 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

इसकी शिकायत अरी पुलिस से की गई. शिकायत में उल्लेख किया था कि समिति प्रांगण में अलग-अलग नंबर के तीन ट्रक में 28 बार कुल 74 सौ क्विंटल धान लोड कर वेयर हाऊस में भंडारण के लिए भेजी गई थी. जब ट्रक नंबर के आधार पर तौल कांटा और वेयर हाऊस के गेट एंट्री में मिलान किया गया तो तीनों ट्रकों का रिकार्ड ही नहीं मिला. पता चला की समिति ने ऑफलाइन बिल्टी से धान को ट्रकों में लोड करवा कर परिवहन करा दिया है. जबकि नियमानुसार ऑनलाइन बिल्टी जनरेट होने पर ही धान को ट्रक में लोड कराना था.

परिवहनकर्ता का कहना है कि जिन ट्रकों में धान लोड कराने की बात कही जा रही है, वे उनके ट्रक नहीं हैं. जो ऑफलाइन बिल्टी बताई जा रही है, वह संदेह के दायरे में है. उनके द्वारा जो ट्रक भेजे गए थे उनकी बिल्टी नियमानुसार ऑनलाइन जनरेट हुई है. ऑफलाइन बिल्टी के लिए विभागीय अनुमति तक तक नहीं ली गई. यह काम तब होता है जब सर्वर की समस्या चल रही हो. जबकि नियम है कि जब ट्रक धान लोडिंग के लिए केंद्र जाता है तो वहां पर ऑपरेटर और केंद्र प्रभारी ट्रक के सामने ड्राइवर को खड़े कर फोटो खींचकर परिवहनकर्ता के पास भेजते हैं.

ट्रक नंबर और ड्राइवर की पहचान होने पर ऑनलाइन बिल्टी जनरेट होती है. इसके बाद ट्रक में धान लोड की जाती है. मामले की जांच के बाद ताखला समिति के प्रशासक एमडी तंतुवाय ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई और बताया कि समिति प्रबंधक ने लापरवाही बरती है. उपार्जन केंद्रों में 1536 क्विंटल धान कम पाई गई. जिसकी अनुमानित कीमत 35 लाख 53 हजार है. थाना प्रभारी दयाराम शरणागत का कहना है कि प्रशासक की शिकायत है कि लगभग 1 करोड़ 95 लाख का घोटाला है. जिसके बाद समिति प्रबंधक सत्यनारायण बघेल, कम्प्यूटर ऑपरेटर अभिषेक कटरे, दैनिक वेतनभोगी शोभा चंद बघेल पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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