कार्यवाही नही होने पर बना जांच का विषय ?
जीत आम्रवंशी, 9691851267
बैतूल। “अब पछताए होत क्या जब चिड़ियां चुग गई खेत” कहावत तो आपने सुनी ही होगी इसका अर्थ है की जब वन विभाग की नदी से रात के अंधेरे में पोकलेन मशीन द्वारा रेत चोरी की जा रही है तो वन विभाग अपनी नींद खुलने के बाद किस पर कार्रवाई करेगा।
जी हां आपको बता दे की बैतूल जिले के राजा दिन हो या रात पीले सोने के तस्करों पर कार्यवाही करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है यही वजह है की रेत कंपनी को करोड़ों का जुर्माना लग रहा है। जिले में ठेका कंपनी द्वारा रेत की खदानों पर रेत मात्रा कम होने पर वन विभाग की नदियों से बड़ी मात्रा में रेत चोरी करवा रही है ?
दरअसल मामला जिले के घोड़ाडोंगरी तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम लोनिया में सारनी वन विभाग की शेरापानी नदी में पोकलेन मशीन उतारकर रात के अंधेरे में रेत निकाली जा रही है। जी हां इतनी बड़ी मात्रा में रेत चोरी करना आला अफसरों के आशीर्वाद बगैर नही हो सकता। आखिर नदियों में पोकलेन मशीन उतरने के बाद ही वन विभाग के अधिकारी सोते है चैन की नींद क्यों ?
आइए जानते है कुछ सवालों के जवाब कैसे मिलते है ?
- 1. आखिर कैसे इतनी बड़ी मात्रा में निकाली जा रही है रेत ?
- 2. किसके कहने पर उतारी जा रही है शेरापनी नदी में पोकलेन मशीन ?
- 3. क्या वन विभाग ने बेच दी ठेका कंपनी को शेरापानी नदी की रेत ?
- 4. कौन है वह नकाबपोश जिसको कार्यवाही से नहीं लगता डर ?
- 5. वन विभाग की नींद खुलते ही कैसे गायब हो जाती है नदी से पोकलेन मशीन ?
- 6. अधिकारी क्यों कहते है, हम गए थे तब कुछ नही मिला, क्या है इसकी सच्चाई ?
- 7. क्या सच में वहा कुछ नही था या अनदेखा किया ?
- 8. क्या ठेका कंपनी को रेत खदानों से नही मिल रही रेत ?
- 9. बगैर रॉयल्टी के छिंदवाड़ा कैसे जा रहे रेत से भरे डंपर ?
- 10. जानकारी सभी को रहती है लेकिन कार्यवाही में देरी क्यों ?
- 11. क्या फिर से मुख्यमंत्री के चाहिए निर्देश ?
आपको बता दे वन विभाग के आला अधिकारियों को को सूचित किया तो समझ लीजिए मशीन सहित सभी वहां गायब हो जाते है। ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि वन विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी ने यह कहा है की हमारे जाते ही माफिया रफू चक्कर हो जाते है। अब देखना होगा की कैसे, कब, और कौन करेगा कार्यवाही ?
फिलहाल इस संबंध में जिले के खनिज, राजस्व, और वन विभाग के उच्च अधिकारियों का क्या कहना है हम जरूर बताएंगे अगले पार्ट में ।