प्रकाश, संतोष और साद्दू जंगलों में सजा रहे महफिल, पुलिस बेखबर
शाहपुर, भौरा, बैतूल, नरखेड़, दमोह, परासिया, जुन्नारदेव से जुआ खेलने पहुंच रहे जूआरी
सारनी। इन दीनों ताश के 52 पत्तों में अपनी किस्मत की जोर आजमाइश करने का कार्य सारनी के प्रकाश आमला के सद्दू और संतोष के माध्यम से करने का कार्य किया जा रहा। तीनों लोग आपस में मिलकर प्रशासन की नाक के नीचे, आमला फॉरेस्ट ऑफिस के पीछे, छावल के जंगलों में तीन स्थान पर, भूमका देव के पास, बोरीघाट के अलावा विभिन्न स्थानों पर जगह बदल बदल के जुए का फड़ सजाने का कार्य कर रहे हैं। जिसमें रोजाना रात में हजारों से लाखों रुपए के दाव लगाए रहे हैं। पुलिस अगर दबिश देकर इन्हें पकड़ने का कार्य करती है तो लाखों रुपए का जुआ पकड़ाने की संभावना है व्यक्त की जा रही है। बताया जा रहा है कि प्रकाश, सद्दू और संतोष के माध्यम से जुए फड़ सजाने और जुआ खिलावाने शाहपुर, भौरा, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरखेड, दमोह, परासिया, जमाई के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से जुआरियों को बुलाने का कार्य किया जा रहा है। अब सबसे बड़ा सवाल यहां उठता है कि अमला क्षेत्र और अमला सारनी की बॉर्डर पर इतने बड़े स्तर पर जुआ का फड़ संचालित हो रहा है। क्या इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को नहीं है? सूत्रों ने बताया कि 2 दिन पहले जुए के फड़ में पैसे को लेकर आपसी विवाद हो गया था। जहां स्थित मारपीट तक उत्पन्न हो गई थी। यदि जुआ खेलने आए जुआड़ियों के माध्यम से मामले को शांत नहीं कराया जाता तो कुछ भी हो सकता था। अब देखना है की सारनी के प्रकाश, आमला के सद्दू और संतोष को पकड़ पुलिस जुआ बंद करवा पाती है या नहीं।