मिलन पाठक
कतरास
बीसीसीएल सिजुआ क्षेत्र अंतर्गत तेतुलमारी कोलियरी में संचालित चेन्नई राधा आउटसोर्सिंग कंपनी में 01 दिसम्बर से सैकड़ो की संख्या में नगरीकला व चन्दौर मौजा के रैयतों के द्वारा 28 एकड़ जमीन के बदले मुआवजा और नियोजन की मांग को लेकर 11 दिन तक अनिश्चितकालीं धरना दिया. जिससे कंपनी का कार्य 11 दिनों तक बाधित रहा. बाद में उक्त स्थल में एसडीएम ने धारा 144 लगा दिया. जिसके बाद धरना को समाप्त कर दिया गया. फिर बाद में प्रबंधन के आदेश पर कंपनी का काम चालू कर दिया गया. इस बीच पूर्व मुखिया सह आजसु सांसद प्रतिनिधि नरेश महतो ने डीसी एवं बाघमारा सीओ को शिकायत पत्र देते हुए बताया कि कंपनी गैर आबाद खाता की जमीन पर बिना सरकार से अनुमति लिए खनन कार्य कर रही है. उन्होंने इस मामले में जाँच पड़ताल कर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की. जिसके आलोक में बाघमारा सीओ के आदेश पर लगातार दूसरे दिन के जिसके बाद चेन्नई राधा आउटसोर्सिंग कंपनी के कार्यस्थल की मापी की गई. बाघमारा अंचल राजस्व विभाग के अमीन पैकु टुड्डू और उनके सहयोगी के द्वारा नगरी कला और चंदौर मौजा की मापी की गई है. इस दरमियान रैयत भी मौजूद रहे. अमीन पैकु टुड्डू ने कहा है कि नगरी कला और चंदौर मौजा के प्लॉट की मापी की गई है. मापी की गई प्लॉट गैराबाद खाते की है. लेकिन रैयतों का कहना है की 1987 में हम लोगों को डिग्री मिल गया है. मापी करने के बाद रिपोर्ट सीओ को सौप दी जाएगी.
बता दें कि रैयतों ने उत्खनन स्थल की जमीन को निजी जमीन होने का किया था तथा 11 दिनों तक कार्य स्थल पर धरना दिया था.