15 दिसंबर को सूर्य का धनु राशि में प्रवेश शुरू होगा खरमास
विवाह कार्य नहीं होंगे गृह प्रवेश पर भी रोक
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन।पन्द्रह दिसंबर को सूर्यदेव धनु राशि में प्रवेश करेंगे।खरमास में वैसे भी विवाह कार्य गृह प्रवेश सहित अन्य मांगलिक कार्यों पर रोक रहेगी।
ये रहेंगे विवाह मुहूर्त
16 जनवरी से छह मार्च तक विवाह के 12 विशेष मुहूर्त होंगे। इसमें 16, 17, 21 और 22 जनवरी को मुहूर्त रहेगा। वहीं 7, 13, 18, 20, 21, 25 फरवरी के बाद मार्च में 5 एवं 6 मार्च को विशेष मुहूर्त है।
नहीं होगा शुभ कार्य
14 मार्च के बाद में मीन संक्रांति आरंभ होगी। यह भी मलमास की श्रेणी में आता है। 14 मार्च से 14 अप्रेल के बीच अलग-अलग प्रकार के साधना-उपासना का अनुक्रम रहेगा। 14 अप्रेल के बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे।
सूर्य की धनु संक्रांति आरंभ होते ही विवाह यज्ञोपवीत गृह प्रवेश,मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा आदि कार्य वर्जित माने जाते हैं। इस दौरान तीर्थ की यात्रा, तीर्थ पर पूजन या कल्पवास की स्थिति को तय करना चाहिए। सामान्य गृहस्थ के लिए 7 दिन से लेकर 42 दिन तक का कल्पवास होता है। इस दौरान सत्संग कथा श्रवण दान आदि करना चाहिए।
16 जनवरी से शुभ कार्य होंगे आरंभ
धर्मशास्त्री पंडित ओमप्रकाश शुक्ला सौजना पंडित राममोहन चतुर्वेदी ने बताया कि सूर्य का धनु राशि को छोडक़र मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति होगी। मकर में सूर्य के प्रवेश करते ही सूर्य का उत्तरायण माना जाता है और सूर्य के उत्तरायण से ही विवाह कार्य की पुन: शुरुआत हो जाती है। 16 जनवरी से पुन: विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे।
15 दिसंबर पर परिणय संस्कार पर लगेगा प्रतिबंध
देव उठनी एकादशी से शुरू हुए मांगलिक कार्यों पर 15 दिसंबर से फिर से एक माह के लिए विराम लगने जा रहा है। इसकी वजह यह है कि 15 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने से खरमास प्रारंभ हो जाएगी जो 13 जनवरी 2025 तक रहेगा।
इस दौरान शादी समारोह सहित सभी मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार 15 दिसंबर से सूर्य की धनु संक्रांति का अर्थ है सूर्य का धनु राशि में प्रवेश करना। सूर्य का धनु राशि में परिभ्रमण एक माह रहता है। इसी एक माह में खरमास या मलमास की अवधि रहेगी।