सीईओ पर नही हुई करवाई संगठनों ने विधानसभा चुनाव बहिष्कार एवं सामूहिक इस्तीफा की दी चेतावनी।
विरोध स्वरूप आज सोमवार को करेंगे चक्काजाम सरपंच सचिव रोजगार सहायकों ने लिया फैसला।
दैनिक प्राईम संदेश
जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला रायसेन
तहसील गैरतगंज।
रायसेन/- जिले के जनपद पंचायत गैरतगंज में सीईओ के खिलाफ चल रहा विवाद दिनों दिन कार्रवाई के अभाव में विकराल रूप लेता जा रहा है।बीते शनिवार 16 सितंबर 2023 को एक बार फिर सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक संगठनो ने सीईओ पर कार्रवाई नही होने के विरोध में सामूहिक रूप से आगामी विधानसभा चुनाव बहिष्कार एवं सामूहिक इस्तीफ़ा का निर्णय लिया है। वही तात्कालिक रूप से को भोपाल सागर मार्ग पर चक्काजाम करने की चेतावनी दी।गौरतलब है कि जनपद पंचायत गैरतगंज में बीते 2 माह पूर्व पदस्थ हुई सीईओ युक्ति शर्मा पर सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायकों ने रिश्वतखोरी अभद्रता मनमानी पूर्वक आदेश जारी कर विकास कार्यो में बाधक बनना जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। वही तीनो संगठनो की जनपद कार्यालय में चल रही बैठक के दौरान सीईओ के आदेश पर चपरासी द्वारा अभद्रतापूर्वक बाहर निकाला गया। इससे दुःखी होकर तीनो संगठनों ने सीईओ के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया। संगठनों ने पंचायतों में तालाबंदी एवं कलमबंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल जनपद प्रांगण में शुरू कर दी। तथा सीईओ को तत्काल हटाने पर अड़ गए। हड़ताल के 5 दिन गुजर जाने के बाद प्रदेश शासन के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी के हड़ताल स्थल पर पहुंचने तथा जल्द ही समुचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद संगठनो ने हड़ताल को स्थगित कर दिया तथा उक्त मामले में शासन प्रशासन द्वारा दिये गए आश्वासन पर उचित कार्रवाई का इंतजार करने लगे। परंतु तय समय सीमा में जब कोई कार्रवाई होते नही दिखी तो शनिवार को एक बार फिर तीनो संगठनों ने सामूहिक रूप से विकराल आंदोलन का एक बार फिर बिगुल फूंक दिया। शनिवार को पत्रकार वार्ता में पदाधिकारियों ने बताया कि उन्हें हर जगह से आश्वासन दिए गए पर कार्रवाई के नाम पर शून्य स्थिति रही। ऐसे में जनपद क्षेत्र के समस्त सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है। ऐसे में अब तीनो संगठन ने निर्णय लिया कि यदि सीईओ पर जल्द कार्रवाई नही होती है तो आगामी विधानसभा चुनाव का वे पूर्ण रुप से बहिष्कार करेंगे। तथा सामूहिक इस्तीफा देंगे। यही नही आज सितंबर 2023 को भोपाल सागर मुख्य सड़क मार्ग पर चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। तीनो संगठनों के इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों के शामिल होने की जानकारी भी उन्होंने दी है। उन्होंने इसकी सूचना कलेक्टर एसडीएम थाना प्रभारी को लिखित रूप से दी है।
आयुक्त के आदेश की अवहेलना करने का आरोप
शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक संगठनों के पदाधिकारियों ने सीईओ युक्ति शर्मा पर मनरेगा आयुक्त के एक आदेश की अवेहलना करने का आरोप लगाते हुए बताया कि मनरेगा आयुक्त ने 26 जून 2023 को एक आदेश जारी किया था कि पंचायतों में लंबित 2022-23 या इसके पूर्व के भुगतानों को प्राथमिकता से भुगतान किया जावे। पूर्व वर्षो के भुगतान योग्य राशि का पूर्ण भुगतान होने के उपरांत ही वर्ष 2023-24 के भुगतान किए जावे। आयुक्त के इस आदेश की अवहेलना करते हुए सीईओ ने जनपद क्षेत्र की भानपुरगंज पंचायत में 2 चेक डेम निर्माण कार्य पर 22 लाख की राशि का भुगतान एवं टेकापार खोड़ी पंचायत में 2 चैक डेम निर्माण के 22.15 लाख रु का भुगतान नियम विरुद्ध ढंग से कर दिया। जबकि यह कार्य इसी वित्तीय वर्ष में कराये गए है। जबकि हितग्राही मूलक कार्यो के बीते वर्षो के कार्यो के लाखो के भुगतान नही किये जा रहे है। उन्होंने 2 पंचायतों में इतनी बड़ी राशि के भुगतान पर सीईओ ओर पंचायतों के बीच गहरी सांठगांठ का आरोप भी लगाया है। संगठन के पदाधिकारियों ने पूरे मामले में गड़बड़ी के साक्ष्य मनरेगा आयुक्त को भी भेजे है।
नियम विरुद्ध आदेश जिन पर है आपत्ति
सरपंचों का आरोप है कि सीईओ युक्ति शर्मा द्वारा शासन के नियमों को ताक पर रखकर आदेश निकाले गए। उन्होंने बताया कि नए आदेश में किसी भी सामुदायिक एवं हितग्राही मूलक कार्य की फाइल टीएस कराने उपयंत्री एवं एई एसडीओ के पास ले जाने के पूर्व सीईओ के पास ले जाना अनिवार्य कर दिया जबकि ऐसा पहले कभी नही था। विकास कार्यो की फाइलों के टीएस के पूर्व सीईओ के पास पहुंचने से वे पहले ही कमीशन की मांग करने लगती है। कमीशन नही देने पर फाइल आगे नही बढ़ाती है। इस आदेश पर सबसे ज्यादा विरोधाभास पनपा है।प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों पर चला कार्रवाई का चाबुक
प्रदर्शन में शामिल पंचायत कर्मियों पर सीईओ युक्ति शर्मा द्वारा कार्रवाई का चाबुक चलाना शुरू कर दिया है। इस प्रदर्शन में शामिल सचिव संघ के जिलाध्यक्ष करन सिंह को मदनपुर ग्राम पंचायत से हटाकर जिला कार्यालय अटैच करने का आदेश सीईओ द्वारा जारी किए गए। यही नही कुछ सचिवों एवं रोजगार सहायकों को विभिन्न माध्यमो से सीईओ द्वारा धमकाने का आरोप भी संगठन के पदाधिकारियों ने लगाए है। शनिवार को प्रदर्शन में सरपंच संघ अध्यक्ष राज बाई जगदीश धाकड़ जिला सचिव संघ अध्यक्ष करन सिंह किर्रोदा सरपंच इंदल सिंह मीना अंधियारी सरपंच कामता प्रसाद गुर्जर अगरिया कलां से हाकम सिंह जुझारपुर सरपंच प्रतिनिधि राहुल नरवरिया सांकल से वंदना रवि पटेल रजपुरा से सरपंच नीलेश राय मदनपुर सरपंच सुरेश टेहरी सरपंच प्रभा बाई लोधी सचिवों में अंसार कुरेशी वकील सिंह गौरीशंकर श्रीवास्तव सीताराम गौर सुरेश धाकड़ रामकुमार तिवारी रोजगार सहायकों में भैरो सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
संगठन का साथ नही देने पर संगठन के पदाधिकारियों को हटाया। इस पूरे प्रदर्शन में सरपंच एवं रोजगार सहायक संगठन की आवाज को आगे बढ़ाने एवं साथ देने के बदले कुछ पदाधिकारियों द्वारा सीईओ के गलत कार्य मे साथ दिया जा रहा है जिसके चलते सरपंच संघ के उपाध्यक्ष ऊषा जिनेश जैन को पद से पृथक करने की कार्रवाई की गई है। वही रोजगार सहायक संघ की कार्यकारणी भंग कर अध्यक्ष भगवत शरण शर्मा को हटा दिया है। इन दोनों ही प्रस्तावों पर मुहर बड़ी संख्या में सचिव एवं रोजगार सहायकों ने लगाकर इसकी लिखित सूचना प्रशासन को दी है।