कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने ली बैठक.
बैठक में घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़ तथा विमुक्त जाति के विभिन्न संगठन के प्रमुख एव प्रवासी समुदाय इन्दौर विभाग मुख्य रूप से उपस्थित रहा ।
इंदौर । इंदौर जिले में घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़ तथा विमुक्त जाति के लोगों के आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक उत्थान के लिये अनेक कार्य प्राथमिकता के साथ किये जाएंगे। इन वर्ग के लोगों के लिये चल रही योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जायेगा। इस संबंध में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़ तथा विमुक्त जाति के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद थे।
ठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती वंदना शर्मा तथा अपर कलेक्टर रोशन राय भी विशेष रूप से मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने उपस्थित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों से चर्चा की और उनकी समस्याओं को सुना।
*प्रवासी समुदाय इन्दौर विभाग कि और से एडवोकेट दीपक चौहान द्वारा कलेक्टर महोदय जी के समक्ष रखे गए विषय विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्ध घुमन्तु जाति के युवाओं के शिक्षण विकास हेतु जाति प्रमाण पत्र में आने वाली समस्याओं से उन्हें अवगत कराया गया एव इस जाति के लोगो को शासन की योजनाओं से मिलने वाले लाभ के लिए आवश्यक दस्तावेज किस प्रकार बनाये जाए इस पर विचार विमर्श किया गया ।
माननीय कलेक्टर महोदय ने विषय की गंभीरता को समझते कहा कि इन वर्गों की समस्याओं का प्राथमिकता के साथ सहानुभूतिपूर्वक निराकरण किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन वर्गों के लिये जारी होने वाले पिछड़ा वर्ग के जाति प्रमाण पत्र में विमुक्त जाति शब्द का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाये। इससे इन वर्गों के लोगों को विभिन्न शासकीय योजनाओं, कार्यक्रमों का लाभ मिलने में सुविधा होगी। इसी तरह उन्होंने जानकारी दी कि सांवेर में इन वर्गों के बच्चों के लिये छात्रावास संचालित किया जा रहा है। यह छात्रावास 50 सीट का है। अभी 25 एडमिशन है। उन्होंने आग्रह किया कि पूरी क्षमता के अनुरूप विद्यार्थियों की एडमिशन इस छात्रावास में करायें। साथ ही उन्होंने बेटमा के छात्रावास के उन्नयन के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होंने इन वर्गों के बच्चों के शैक्षिक उत्थान के लिये जनसहयोग से सहायता देने की बात भी कही। कलेक्टर ने बैठक में आयी समस्याओं का अधिकारियों से चर्चा कर हाथोंहाथ मौके पर निराकरण किया।