पीएचई विभाग की निष्क्रियता के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन की नल जल योजना ग्राम पंचायत नयापुरा में फैल केवल कागजों में चल रही योजना आमजन तरस रहे पीने के पानी को…………………………
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नल जल योजना का निर्माण कर इसलिए क्रियान्वित किया कि शहरों से लेकर गांव गांव तक हर घर मेंआमजन को पेयजल प्राप्त हो सके और किसी भी तरह की पेयजल की असुविधा न हो।महत्वाकांक्षी योजना से गांव गांव ग्रामीणों को स्वच्छ जल मिले।घरों में लगे नलों की टोंटियों से स्वच्छ जल प्राप्त हो,लेकिन पीएचई विभाग रायसेन के अधिकारी प्रधानमंत्री की मंशा को साकार नहीं होने दे रहे हैं।जल जीवन मिशन की अधिकांश नल जल योजनाएं मौके पर गांव गांव में फैल हो चुकी हैं केवल कागजों में ही संचालित हैं। जिले की सांची जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत नयापुरा के सरपंच सुप्यार सिंह राजपूत ने समाचार पत्र को अवगत कराते हुए व्यक्त किया कि उनकी ग्राम पंचायत के अंतर्गत रह रहे आमजन को प्रतिदिन पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है दूरदराज से पानी लाकर गुजारा किया जा रहा है।कई बार पीएचई विभाग के जिम्मेदारों एवं पानी की टंकी का निर्माण करने वाले ठेकेदार को अवगत कराया गया लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही ना तो ग्रामीणों को घर-घर नलों से पानी मिल रहा है और ना ही सही तरीके से जल जीवन मिशन योजना के तहत विभाग के जिम्मेदारों द्वारा कार्य किया जा रहा है।जब संबंधित विभाग में जाते हैं तो अधिकारी कहते हैं जलजीवन मिशन की नलजल योजना चालू है लोगों को भरपूर पानी मिल रहा है आपको भी मिल जाएगा लेकिन जमीनी हकीकत तो यह है कि अधिकांश जल जीवन मिशन की नल जल योजनाएं बंद पड़ी हुई है ।पीएचई विभाग के अधिकारी को समय मिले तो वह जाकर मौके पर जांच करें लेकिन वास्तविकता तो यह है किअधिकारी तो रोजाना भोपाल से अपडाउन करते हैं उन्हें इस पेयजल समस्या से कोई लेना-देना नहीं है यह तमाम आरोप ग्रामीणजन सहित जन प्रतिनिधियों ने लगाए हैं। गौरतलब हो कि कुछ महिनों पूर्व कलेक्ट्रेट कार्यालय में पीएचपी विभाग की,जिले के प्रभारी मंत्री नारायण सिंह पंवार की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई थी मीटिंग में प्रभारी मंत्री पंवार एवं कलेक्टर अरविंद दुबे ने पीएचई विभाग केअधिकारी स्वदेश मालवीय को जमकर फटकार भी लगाई थी इसके बाद भी पीएचई विभाग रायसेन के अधिकारी मजे कर रहे हैं वहीं गांव गांव में पीने के पानी को लेकर आमजन परेशान हैं।पहले की नलजल योजनाएं भी कई गांवों में खराब पड़ी हुई हैं जबकि विभाग की फाइलों में कार्य प्रगतिरत दर्शाया गया है।ग्रामीण जल जीवन मिशन योजना में केंद्र एवं प्रदेश सरकारों द्वारा करोड़ों रुपये का बजट दिया गया है पीएचई विभाग द्वारा अभी तक इन योजनाओं में करोड़ों रुपये की राशि ताबड़तोड तरीके से खर्च कर दी है फिर भी ग्रामीणजन पेयजल की बूंद बूंद को तरस रहे हैं।