खबर का असर
धान पंजीयन में रिश्वतखोरी: सरसीवां उपार्जन केंद्र में अवैध वसूली के मामले में कम्प्यूटर ऑपरेटर को किया गया सेवा से पृथक।
दैनिक प्राईम संदेश
जिला ब्यूरो देवकुमार जाटवर
सरसीवां। सरसीवां उपार्जन केंद्र में धान पंजीयन के दौरान किसानों से अवैध वसूली का गंभीर मामला सामने आया था। किसानों ने आरोप लगाया था कि केंद्र के कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा उनकी जमीन के आधार पर पंजीयन और रकबा संशोधन के लिए 50 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की रिश्वत मांगी जा रही है। यह उपार्जन केंद्र भटगांव कृषि उपज मंडी के अंतर्गत आता है और सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में स्थित है।
किसानों किसानो द्वारा बताया गया था कि कि उन्हें पंजीयन में संशोधन और कैरी फॉरवर्ड कराने के लिए रिश्वत देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यह भ्रष्टाचार खुलेआम हो रहा है और इसमें शामिल अधिकारी प्रशासनिक नियमों की अवहेलना करते हुए बेखौफ रिश्वत ले रहे थे। छोटे और सीमांत किसानों के लिए यह समस्या और भी गंभीर हो गई थी, जो पहले से ही आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
जिसको देखते हुए दैनिक प्राईम संदेश में खबर प्रकाशित होने के पश्चात जिला कलेक्टर के द्वारा इस मामले को संज्ञान में लेते हुए प्राथमिक कृषि साख समिति मर्यादित सरसीवां पंजीयन क्रमांक 1457 में पदस्थ कम्प्यूटर ऑपरेटर योगेश जाटवर के विरुद्ध प्राप्त शिकायत के आधार पर आरोप पत्र तैयार कर वित्तदायी बैंक शाखा के जाँच के पश्चात आरोपों की पुष्टि होने पर संस्था बैठक दिनांक 01.10.2024 के प्रस्ताव/निर्णय क्रमांक 01 के अनुसार संस्था की सेवा से पृथक करने का निर्णय लिया गया। जिसके पश्चात कम्प्यूटर ऑपरेटर योगेश जाटवर के कार्य समिति से साख धूमिल हुई है एवं उनके कार्य समिति सदस्यों के हितों में प्रतिकुल भी है जिसको देखते हुए प्राथमिक कृषि साख सहकारी सोसायटी के सेवायुक्तों के लिए सेवानियम 2018 के नियम क्रमांक 16.5(2) के तहत योगेश जाटवर कम्प्यूटर ऑपरेटर को सेवा से पृथक कर दिया गया