जीवन मे स्वार्थ मोह,माया अहंकार का त्याग करें-सदाशिव स्वामी नित्यानंद गिरी महाराज राम नाम के जप कीर्तन से ही मनुष्य मोक्ष पा सकता है
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन।जिले की तहसील सिलवानी ग्राम मुंआर में तीसरे दिवस के अवसर पर श्रद्धालुओं को श्रीमद भागवत कथा श्रवण कराते हुए सदाशिव स्वामी नित्यानंद गिरी महाराज
ने कहा कि सत्यसंग बिना परमात्मा की प्राप्ति नही हो सकती,ओर सत्संग परमात्मा की कृपा से ही प्राप्त होता है। अतः अपने जीवन मे स्वार्थ,मोह,माया अहंकार का त्याग करें ।भगवान श्री राम सीता राम संकीर्तन का जप यह वह महा अमृत महाकुंभ है। जहां पापी से भी पापी जीव भी इसका रसपान कर ले तो इस कलियुग में मोक्ष धाम पहुंच सकता है ।कलयुग में भगवान सिर्फ वाणी से ही प्रसन्न हो जाते है ।अतः वाणी में हमेशा भजन ही होना चाहिए।
। भगवान भाव के भूखे होते हैं जो प्राणी अपनी अंतर आत्मा से भगवान को पुकारता है। भगवान सदा उसकी रक्षा करते हैं।
भागवत कथा श्रवण करने सिलवानी सीट के कांग्रेस विधायक देवेंद्र पटेल ने कथा व्यास सदाशिव स्वामी नित्यानंद गिरी महाराज
को तिलक लगाकर साल श्रीपाल भेंटकर आशीर्वाद लिया ।
कथाव्यास पंडित सदा शिव नित्यानंद गिरी महाराज ने श्रीमद् भागवत महापुराण कथा श्रद्धालुओं को सुनते हुए कहा कि संसार परमात्मा की ही सत्ता है। इसके बाद भी जीव मूर्खतावश संसार की वस्तुओं को अपना समझ बैठता ।यह जीव की सबसे बड़ी भूल है। जीव को चाहिए कि वह परमात्मा की सबसे बड़ी सत्ता का अनुभव और चिंतन करते हुए जीवन निर्वाहन करें। ताकि इस माया रूपी संसार में रहते हुए जीव मोक्ष को प्राप्त करें।
कथा व्यासआचार्य सदाशिव स्वामी नित्यानंद गिरी जी महाराज। श्रद्धालुओं को तीर्थ की महिमा बताते हुए कहा कि भगवान के तीर्थ में किये गये धर्म-कर्म दान सेवा और सत्कर्म से कई गुना पुण्य फल प्राप्त होता है। कथाकारों के आध्यात्मिक सांस्कृतिक और पौराणिक ज्ञान से संपूर्ण मानव जाति के जीवन यापन और कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है।।जीव का घर यहां नही है। जीव का धन पैसा नही है। जीव का धन तो उसके द्वारा कमाया हुआ पुण्य है। ये संसार के सभी रिश्ते नाते,यही छूट जायेगे ये सब मानव के द्वारा निर्मित है।जीव का रिश्ता तो परमात्मा से है। ये मानव तन बड़ी मुश्किल से प्राप्त होता है लाखों योनि के भटकने के बाद ऐसा सत्यकर्म करो कि फिर भटकना न पड़े ।भागवत कथा मे लक्ष्मी नारायण पटेल महेश पटेल गजेंद्र पटेल पदम सिंह पटेल राजा धर्मवीर जनपद सदस्य प्रतिनिधि भारत पटेल आदि बड़ी संख्या में कथा श्रवण करने श्रद्धालु शामिल हुए।