ट्रेन में बदमाशों के चंगुल से छूटने की कहानी जीआरपी को सुनाई बच्चे ने
छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव में एक 12 वर्षीय बालक का दिनदहाड़े स्कूल से अपहरण कर लिया गया। उसको ट्रेन के माध्यम से दिल्ली ले जाने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन बालक ने होशियारी दिखाते हुए अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुटकारा पा लिया और दूसरी ट्रेन में बैठकर छिंदवाड़ा पहुंच गया। सूचना मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बच्चे को उसके अभिभावकों को सौंपा और अज्ञात अपहरणकर्ताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
बताया जाता है कि जुन्नारदेव के अरविंद स्कूल में पढ़ने वाले 12 वर्षीय बालक का आज स्कूल से उस समय अपहरण कर लिया गया, जब वह शौचालय के लिए गया हुआ था. वहां से उसका मुंह बंद कर ट्रेन में लेटा दिया गया. बालक ने होशियारी दिखाते हुए अपहरणकर्ताओं को चकमा देकर अपने बंधनों को खोल लिया और भागकर दूसरी एक मेमो ट्रेन में जाकर छुप गया। स्टेशन में टीसी दिखाई देने पर वह टीसी के पीछे जाकर छिप गया, लेकिन उसने टीसी को अपनी परेशानी नहीं बताई।
इसके बाद वह मेमो ट्रेन के माध्यम से छिंदवाड़ा पहुंच गया, जहां उसने जीआरपी को अपनी आपबीती बताई। जीआरपी ने बच्चे को अभिरक्षा में लेकर अभिभावकों को सूचित किया और उनके आने पर बच्चे को उनके सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दिया है।