घोड़ाडोंगरी नगर परिषद को चला रहा पंचायत का अस्थाई कर्मचारी रोजगार सहायक
घोड़ाडोंगरी। राज्य शासन द्वारा पूर्व में ग्राम पंचायत घोड़ाडोंगरी को नगर परिषद का दर्जा देकर पंचायत को परिषद में विलय किया था ।जिसके साथ ही रोजगार सहायक के पद पर कार्यरत संजय साहू को नगर परिषद में विलय होने का पूरा फायदा मिला संजय साहू द्वारा अपने शातिर दिमाग से नगर परिषद के सभी आउट सोर्स कर्मचारियों, पूर्व ग्राम पंचायत के अस्थाई कर्मचारीयो को अपने पक्ष में कर मन मुताबिक कार्य कराता आ रहा है। जिससे अब उसे स्वम नगर परिषद का सीएमओ होने की अनुभूति होने लगी है जब भी घोड़ाडोंगरी में कोई नया अधिकारी कर्मचारी राज्य शासन द्वारा पोस्टिंग की जाती है तो संजय साहू द्वारा अधिकारी कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का काम शुरू हो जाता है और उनकी झूठी शिकायत करके उन्हें परिषद से हटाने मैं लग जाता है। ऐसा ही मामला पहले अकाउंट शाखा में पदस्थ हुए बाबू रमेश पांशे तथा राजस्व निरीक्षक वीरेंद्र डहारे की झूठी शिकायत करने में माहिर संजय साहू द्वारा अपने शातिर दिमाग से समस्त आउटसोर्स कर्मी तथा ग्राम पंचायत के कर्मचारियों को लेकर धरना प्रदर्शन करता है। भोले भाले कर्मचारी उसके झांसे में आकर उसके मन मुताबिक बोलते हैं। जिसका उसे पूरा फायदा मिलता है। ताजा मामला नगर पालिका परिषद में पदस्थ हुए नारायण घो रे के साथ संजय साहू द्वारा दुर्व्यवहार किया गया साथ ने प्रताड़ित भी किया, जिसकी शिकायत उन्होंने न्याय पाने के लिए थाने में की। लेकिन संजय साहू अपने आप को बचाने के लिए कर्मचारियों को मोहरा बनाकर घोड़ाडोंगरी चौकी में शिकायत करने उल्टा पहुंच गया।
नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में उल्टा चोर कोतवाल को डांटे
नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में उल्टा चोर कोतवाल को डांटे कहावत चरितार्थ हो रही है। बताया जाता है कि नगर परिषद गठित होने के बाद भारी मात्रा में खरीदी मैं संजय साहू द्वारा जमकर गोलमाल किया गया है जिसकी जांच की जाए तो बहुत बड़ा भ्रष्टाचार का खुलासा होगा। मुख्य नगरपालिका अधिकारी घोड़ाडोंगरी बृजे किशोर शर्मा के ढुलमुल रवैया का पूरा फायदा संजय द्वारा उठाया जाता है। जब तक ऐसे कर्मचारीयो को बाहर का रास्ता नहीं दिखाया जाता तब तक नगर परिषद का विकास संभव नहीं।
नव पदस्थ अधिकारी कर्मचारी को नहीं टिकने देता संजय साहू
पूर्व में पदस्थ कर्मचारी रमेश पांसे की भी संजय साहू द्वारा झूठी शिकायत करके घोड़ाडोंगरी नगर परिषद में कार्य नहीं करने दिया गया था और अपने मन मुताबिक नहीं चलने पर कर्मचारियों से धरना प्रदर्शन कराता है।
ताजा मामला राज्य शासन द्वारा सहायक ग्रेड 2 कर्मचारी नारायण घोरे की घोड़ाडोंगरी में नियुक्त किया गया है। अधिकारी द्वारा बतलाये अनुसार जिसके बाद संजू साहू के मंसूबे पर पानी फिरता देख षड्यंत्र रचते हुए सीएमओ अध्यक्ष के सामने नारायण घोरे को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा मेरे पास 4 फोर व्हीलर गाड़ियां है किसी से भी कुचल दूंगा जिसके बाद जान का खतरा होने पर मेरे द्वारा संजय साहू की शिकायत थाने में की गई थी। जिसके बाद कर्मचारी को गुमराह कर कर हड़ताल करने की साजिश रच रहा है।
मुख्यमंत्री की लाडली बहना योजना के कार्य को प्रभावित करने मैं लगा संजय
मुख्यमंत्री की लाडली बहना योजना का कार्य पूरे मध्यप्रदेश में जोर शोर से चल रहा है वही झूठी शिकायत करने और नगर परिषद के आउटसोर्स कर्मियों को कार्य नहीं करने देने और धरना प्रदर्शन कराने का दबाव बनाया जा रहै हैं जिससे मुख्यमंत्री की लाडली बहना योजना का कार्य घोड़ाडोंगरी में बंद हो जाएगा। जितने भी कर्मचारी आज घोड़ाडोंगरी चौकी संजू साहू के समर्थन में पहुंचे सभी आउट सोर्स के थे उसमें कोई भी नगर परिषद का कर्मचारी शामिल नहीं था अपने राजनैतिक रसूख के आधार पर आउटसोर्स कर्मचारियों पर निरंतर दबाव बनाकर अपनी हुकूमत चलाता आ रहा है संजय साहू।
इनका कहना है - सारनी नगर पालिका से स्थानांतरण होकर घोड़ाडोंगरी नगर परिषद में ज्वाइन हुआ हूं तथा मेरे द्वारा मास्टर कर्मी परिषद के जनप्रतिनिधियों एवं प्रभार संबंधित जानकारी की मांग की गई थी जिससे नाराज होकर संजय साहू द्वारा सभा कक्ष में मुझसे गाली गलौज जान से मारने की धमकी दी गई जिसकी शिकायत मेरे द्वारा थाने में की गई है नारायणराव घोर सहायक ग्रेड 2 कर्मी नगर परिषद घोड़ाडोंगरी