घोड़ाडोंगरी। मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्तमान में संपूर्ण प्रदेश में मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना लाडली बहना योजना के फार्म भरे जा रहे हैं परंतु नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में अस्थाई आउटसोर्स कर्मचारी तथा अस्थाई ग्राम पंचायत के कर्मचारियों की मनमानी के कारण मुख्यमंत्री की बहना परेशान होते नजर आ रही है।जहां कार्यालय में कर्मचारी उपलब्ध ना होने से मुख्यमंत्री की बहनों को बैरंग लौटना पड़ रहा है।बता दें वर्तमान में घोड़ाडोंगरी निकाय में नगरी प्रशासन विभाग का प्रभारी सीएमओ एवं उपयंत्री पदस्थ है तथा वर्तमान में राज्य शासन द्वारा सहायक ग्रेड 2 कर्मचारी नारायणराव घोरे की पोस्टिंग की गई है। जहां नगरीय प्रशासन विभाग के कुल 3 कर्मचारियों के जिनमें इस निकाय की जिम्मेदारी है। इन तीन कर्मचारियों के अलावा नगरी प्रशासन विभाग का कोई कर्मचारी इस निकाय में पदस्थ नहीं है वर्तमान में नगरी प्रशासन विभाग के सहायक ग्रेड 2 घोरे की पोस्टिंग निकाय में होने से पूर्व ग्राम पंचायत के अस्थाई रोजगार सहायक संजय साहू द्वारा अभद्र व्यवहार जाति सूचक गाली गलौज की गई ओर जान से मारने की धमकी दी है। जिसकी शिकायत धोरे द्वारा आजाक पुलिस थाने बैतूल में की गई नगरीय प्रशासन विभाग के स्थाई कर्मचारी पर दबाव बनाने के लिए संजय साहू द्वारा हड़ताल की गई है। साथ ही कर्मचारी को गुमराह करके 2 दिन से बिना किसी सूचना के हड़ताल की है जिसके कारण कार्य प्रभावित हो रहा है।
जहां निकाय मैं मुख्यमंत्री की बहुमूल्य योजना लाडली बहना तथा निकाय के अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं और जनमानस परेशान होते नजर आए। इस संबंध में जब नगर परिषद की मुख्य नगरपालिका अधिकारी बृजकिशोर शर्मा से चर्चा करना चाहा तो उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा जिसके कारण उनका पक्ष नहीं रख पाए हैं।
2 दिन से नगर परिषद का कार्य प्रभावित हो रहा है अस्थाई कर्मचारियों पर कब होगी कार्रवाई ?
नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में पूर्व रोजगार सहायक संजय साहू द्वारा नगरीय निकाय द्वारा नियुक्त किए गए सहायक ग्रेड 2 नारायण धोरे की नियुक्ति के बाद से ही किसी भी विभाग की जिम्मेदारी नहीं दी जा रही थी साथ ही विभाग से संबंधित कर्मचारी आउटसोर्स सूची मांगी थी जिसके बाद से संजय साहू द्वारा आक्रोश में आते हुए मुख्य नगरपालिका सभा कक्ष में जनप्रतिनिधियों के सामने अभद्र व्यवहार किया साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी जिसके बाद उनके माध्यम से शिकायत करने के बाद शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाने के लिए भोले वाले कर्मचारियों को गुमराह कर हड़ताल पर चला गया है। बताया जाता है कि सभी कर्मचारी अस्थाई है नगरीय निकाय जल्दी ही इनको बाहर का रास्ता दिखाने वाला है। संजय साहू के हठधर्मिता के कारण भोले भाले कर्मचारियों पर कभी भी एकतरफा कार्रवाई हो सकती है ।
इनका कहना- इस संबंध में प्रभारी सीएमओ से जानकारी प्राप्त कर ही बताऊंगा। अक्षत बुंदेला परियोजना अधिकारी (डूडा) बैतूल