सारनी। एमपी वर्किंग जर्नालिस्ट युनियन की ब्लॉक इकाई ने बुधवार गनेण शंकर विद्यार्थी की जंयती मनाई।
सर्व प्रथम गनेश शंकर विद्यार्थी के छाया चित्र के सामने दीप प्रज्वलित पश्चात माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारो ने अपने-अपने विचार व्यक्त कर कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता के पुरजोधा उन्होने अन्याय के खिलाफ अपनी से चलाए गए सत्यागृह ने अंग्रेजो के छक्के छुड़ा दिए।
शिवाजी सुने, संजीव डोंगरे,नागेद्र निगम,कृष्ण साहू ने कहा कि समाज को आईना दिखाने वाले पत्रकार ही पत्रकार के दुश्मन बनने जा रहे हैं। आज के दौर में पत्रकारों को तोडऩे के लिए तरह-तरह के संषंत्र रचा जा रहा है।
कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों ने अपने उदबोधन में कहा कि गावं से लेकर राजधानी तक निष्पक्ष समाचार प्रकाशित वाले वाले पत्रकारों को तोडऩे के लिए राजनैतिक प्रशासनिक स्तर के लोग पत्रकारों को दबाने के लिए कानून व्यव्स्था का गलत उपयोग कर रहे हैं।
गणेश शंकर विद्यार्थी ने लोकमान्य तिलक को अपना गुरु मानकर अन्याय के खिलाफ मुहिम छेड़ दी। देखते ही देखते अन्याय के खिलाप लोग एकजूट होने लगे और चारों तरफ अंजेग्री सत्ता का विरोध होने लगा। जनमानस में अंग्रेजो का विरोध होने का परिणाम यह हुआ कि अंग्रेजो को भारत छोडऩा पड़ा। पत्रकारों को संगठित होने पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम में शिवाजी सनुे,नन्हे चंद्रवंशी,संजीव डोंगरे,गजेंद्र सोनी,नागेंद्र निगम,कृष्णा साहू,सुनील सरेयाम,राकेश नामदेव, महेश चौहान,कैलाश पाटील,नवीन सोनी,जीत आम्रवंशी,शंकर साहू सहित अन्य पत्रकार मौजूद थे।