जिला ब्यूरो चीफ रेशमा खान
बैतूल।
जिले के आमला विकासखंड की ग्राम पंचायत ससाबड़ के ग्रामीणों को शासन की लाखों रुपए की नलजल योजना का लाभ अभी तक नहीं मिल पा रहा है। ग्राम पंचायत में वर्षों पहले नल जल योजना के तहत ग्राम में पाइप लाइन बिछाई गई थी, लेकिन ग्रामीणों को इस योजना का लाभ सुचारू रूप से मिला ही नहीं। पूर्व में पाइप लाइन को लेकर ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार की शिकायत भी दर्ज करवाई थी। वर्तमान स्थिति में एक सप्ताह का समय बीत गया है और नलजल योजना पूरी तरह ठप पड़ी है। ग्रामीण शिवगिर गोस्वामी, राजेंद्र सोनी, करताल सिंह ने बताया कि सरपंच-सचिव द्वारा ग्रामीणों की समस्या पर ध्यान नहीं दिया जाता है। सचिव पंचायत में मिलते नहीं है।
ग्रामीणों द्वारा पेयजल को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन सरपंच-सचिव द्वारा इस और कभी ध्यान नहीं दिया गया। नल जल योजना से पेयजल नहीं मिलने के चलते ग्रामीणों को दूरदराज से पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों द्वारा पेयजल को लेकर विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे को भी शिकायत दर्ज करवाई थी। लेकिन, उन्होंने भी आश्वासन देकर समस्या का समाधान नहीं करवाया। जिससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रभारी सचिव के भरोसे पंचायत
ग्राम पंचायत अंधारिया के सचिव मनोज गाडेकर को ग्राम पंचायत ससाबड़ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। ग्राम पंचायत अंधारिया व ससाबड़ के ग्रामीण इनकी कार्यशैली से नाराज हैं। दोनों ही ग्राम पंचायतों में समस्या का अंबार लगा हुआ है। लेकिन, एक दल के नेता के करीबी होने का फायदा उन्हें हमेशा ही मिलता रहा है। जिस वजह से सचिव पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है और ग्रामीणों को समस्या से जूझना पड़ रहा है।
विधायक आश्वासन देकर भूले
ग्राम पंचायत ससाबड़ के ग्रामीण करताल सिंह, प्रकाश सिंह, प्रकाश सोनपुरे ने बताया कि ग्राम पंचायत ससाबड़ के ग्रामीण एक हफ्ते से पेयजल के लिए परेशान हो रहे हैं। जिसको लेकर ग्रामीणों ने विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे से भी चर्चा की थी। डॉक्टर योगेश पंडाग्रे द्वारा समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। ग्रामीणों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है।