गोपिनाथपुर पंचायत का सोशल मीडिया ग्रुप में, ग्रामीणों को कुत्ता और खुद को हाथी कह डाला
घोड़ाडोंगरी। एक तरफ प्रदेश के मुखिया माननीय शिवराज सिंह चौहान हर दिन मीडिया में आके अधिकारी सरकार कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए कह रहे हैं कि संयम बरतते हुए छोटी से छोटी परेशानियों को सुने और से दूर करें लेकिन इसके विपरीत घोड़ाडोंगरी क्षेत्र के कर्मचारी अधिकारियों के भाव अलग ही नजर आ रहे हैं उन्हें ना प्रशासन का खौफ है, ना अधिकारियों का और ना ही माननीय मुख्यमंत्री के आदेशों का इसलिए तो वह सोशल मीडिया ग्रुप में निसंकोच होकर अपशब्दों का प्रयोग कर डाला।
शिकायतकर्ता और ग्रामीणों को कुत्ता और खुद हाथी कह दिया
शिकायतकर्ता और ग्रामीणों को कुत्ता और खुद हाथी तक कह दे रहे हैं। और अपने आप को हाथी बता रहे हैं। बताए भी क्यों ना क्योंकि उन्हें भी पता है कि घोड़ाडोंगरी जैसे भ्रष्टाचारी जनपद क्षेत्र में हम पर कार्रवाई तो कुछ होना नही है ?
जिला कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों को इस जनपद से नही है लेना देना है ?
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि लगातार घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में भ्रष्टाचार को उजागर कर तो देते है मगर ना जाने अधिकारी कार्यवाही नही कर पाते। फिर वह नगर परिषद हो या जनपद परिषद। यहां हो रहे भ्रष्टाचार की खबरें लगातार प्रकाशित हो रही है लेकिन ना ही कभी कलेक्टर साहब का इस और रुख देखा गया है और ना ही जनप्रतिनिधियों की और से इसमें कोई टीका टिप्पणी की गई हो।
बात करे गोपिनाथपुर पंचायत की तो वर्षो से जमे पंचायत सचिव हर्षित ओझा की हिस्ट्री निकली जाएं तो रिकवरी के नाम पर लाखों का घोटाला खुलकर आएगा एमपीसीजी न्यूज लगातार इस पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर खबर लगाकर जिले में बैठे उच्च अधिकारियों को अवगत करा रहे लेकिन ना जाने हाथी बनकर गुमान से घूम रहे पंचायत सचिव हर्षित ओझा को डर भी नही है किसी अधिकारी या फिर कार्यवाही का।