लोकेशन कटनी
जिला कटनी
संवाददाता सचिन तिवारी
*मूर्ति निर्माण एवं विसर्जन (गणेश उत्सव एवं दुर्गा उत्सव) के संबंध में माननीय एन.जी.टी. एवं सी.बी.सी.बी. द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुपालन में एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न*
कटनी-: आज कटनी के अर्जुन पैलिस सभागार में मूर्ति निर्माण एवं विसर्जन (गणेश उत्सव एवं दुर्गा उत्सव) के संबंध में माननीय एन.जी.टी. एवं सी.बी.सी.बी. द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुपालन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कटनी द्वारा किया गया। जिसमें जिला प्रशासन की ओर से श्रीमती संस्कृति शर्मा संयुक्त कलेक्टर श्रीमती ज्योति सिंह, महाप्रबंधक – जिला उद्योग केन्द्र कटनी तथा नगर पालिक निगम कटनी से श्री के.पी. शर्मा कार्यपालन यंत्री एवं शहर के गणमान्य नागरिक, नगरीय निकायों के प्रतिनिधि, स्थानीय संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं शैक्षणिक संस्थान आर. एस. मेमोरियल के छात्र छात्रायें, ओम साई एन.जी.ओ. ग्रुप से कार्यकर्ता एवं स्वच्छता ब्रांड एम्बेस्टर श्री आशुतोश मनके, गणेश उत्सव एवं दुर्गा उत्सव समितियों के प्रतिनिधि मूर्तिकार सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं कार्यालय के समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम श्री सुधांशु तिवारी सहायक यंत्री द्वारा आये हुये अतिथियों का स्वागत किया गया तथा माँ सरस्वती के समक्ष मुख्य अतिथि द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तदोपरांत क्षेत्रीय कार्यालय म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कटनी के श्री सुधांशु तिवारी सहायक यंत्री द्वारा मूर्ति निर्माण एवं विसर्जन के संबंध में मा.एन.जी.टी. एवं सी.पी.सी.बी. द्वारा जारी दिशा निर्देशों के संबंध में विस्तृत जानकारी आम जनों को दी गई तथा कहा गया कि मूर्तियों के निर्माण में मिट्टी एवं प्राकृतिक रंगों के उपयोग किये जाने एवं पी.ओ.पी. तथा खतरनाक रसायनों के उपयोग को पूर्णतः प्रतिबंधित किये जाने एवं छोटी मूर्तियों के निर्माण करने के साथ मूर्ति विसर्जन नदी तालाब में न किया जावे। कार्यक्रम में उपस्थित जिला प्रशासन के प्रतिनिधि संयुक्त कलेक्टर श्रीमती संस्कृत शर्मा द्वारा कहा गया कि मा.एन.जी.टी. एवं सी. पी.सी.बी. के द्वारा जारी दिशा निर्देश के पालनार्थ मूर्तियों के निर्माण में मिटटी एवं प्राकृतिक रंगों के उपयोग किये जाने एवं पी.ओ.पी. तथा खतरनाक रसायनों के उपयोग को पूर्णतः प्रतिबंधित किये जाने एवं छोटी मूर्तियाँ के निर्माण करने के साथ मूर्ति विसर्जन नदी तालाब में न किया जाये बल्कि शासन एवं स्थानीय निकायो द्वारा चिन्हित स्थानों पर ही किये जाने की विस्तृत जानकारी दी गई तदोपरांत जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्रीमती ज्योति सिंह द्वारा भी उपरोक्त वक्ता द्वारा कही गई बातों का समर्थन किया गया, साथ ही उपस्थित विशिष्ट जनों द्वारा सेमीनार परिषर में आर.एस. मेमोरियल के बच्चों द्वारा बनाई गई मिट्टी से गणेश मूर्ति का अवलोकन किया गया तथा उपरोक्त मूर्तियों की भूर भूर प्रशंसा की गई। कार्यशाला में उपस्थित मूर्तिकारों द्वारा अपने उद्धबोदन में बताया गया कि हम मूर्ति निर्माण में मिट्टी एवं प्राकृतिक रंगों का उपयोग कर रहे है। उपरोक्त सेमीनार को सफल बनाने में क्षेत्रीय कार्यालय म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के श्री सुधांशु तिवारी, सहायक यंत्री श्री आर.पी. शुक्ला, रसायनज्ञ श्री प्रतीक ज्योतिषी, कान्ट्रैक्ट इंजीनियर, श्री गणेश प्रसाद पाठक, श्री सुधीर कुमार द्विवेदी, भाग्यश्री सुहाने, राधे शरण दुबे, श्री जे.पी.शुक्ला उपस्थित रहे। अंत में श्री तिवारी द्वारा कार्यशाला में उपस्थित सभी अगन्तुको एवं उपस्थित जनों का आभार व्यक्त कर कार्यशाला समाप्त किये जाने की घोषण की गई।