लोगों के साथ जनप्रतिनिधि और प्रशासन ने भी घरों एवं कार्यालय में उचित नहीं समझा झंडा तिरंगा लगाना
सीधी,मझौली। सरकार द्वारा आजादी 78वे स्वतंत्रता दिवस को हर्षोल्लास पूर्वक मनाए जाने को लेकर हर घर तिरंगा अभियान छेड़ रखा है जो मझौली क्षेत्र में दिखावा मात्र साबित हो रहा है। भले ही चाहे अल्प मात्रा समय के लिए सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी एकत्रित होकर फोटो वीडियो शेयर कर रखे हों।पर जिस उद्देश्य से सरकारे द्वारा यह अभियान चलाया गया है पूर्ण रूप से फ्लाप दिख रहा है। एक ओर जहां जिले में सांसद विधायक के साथ अन्य जनप्रतिनिधि एवं संगठन पदाधिकारी इस अभियान को पूरी अभिरुचि के साथ मना रहे हैं।
वहीं मझौली उपखंड के जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन मात्र औपचारिकता निभाते दिख रहा है। हमारे स्थानीय प्रतिनिधियों द्वारा आज 14 अगस्त 2024 दिन बुधवार को सुबह लगभग 9 बजे से नगर क्षेत्र मझौली एवं विभागीय कार्यालयों का भ्रमण कर जायजा लिया गया जहां पर सौ में सत्ता घर एवं शासकीय, अशासकीय कार्यायलयों को छोड़ दिया जाए तो लगभग 99% घरो एवं कार्यालय में एक भी झंडा तिरंगा लगा नहीं पाया गया। भले ही चाहे फोटो वीडियो बनते देख कुछ कार्यालय में झंडा लगवाया जाने लगा हो लेकिन अधिकांश कार्यायलयों के अधिकारी कर्मचारी फोटो वीडियो लिए जाने के बाद भी कोई रुचि नहीं दिखाई। मझौली नगर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं पार्टी संगठन पदाधिकारी तथा नेता भले ही चाहे पार्टी के जनप्रतिनिधियों का भारी भरकम बैनर पोस्टर तथा पार्टी के चुनाव चिन्ह का झंडा लगा रखे हो लेकिन राष्ट्रीय ध्वज झंडा तिरंगा लगाया जाना उचित नहीं समझे इससे साफ जाहिर हो रहा है कि शासन द्वारा चलाए गए अभियान के प्रति उनके ही प्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी कितना अभिरुचि दिखा रहे हैं। सुबह से ही नगर क्षेत्र स्थित नगर परिषद कार्यालय व अन्य भवनों,तहसील, हॉस्पिटल, जनपद, लोक स्वास्थ्य यांत्रिक विभाग, जल संसाधन विभाग, आर ई एस,लोक सेवा केन्द्र, शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय मझौली के साथ कई शासकीय,बैंक कार्यालय एसबीआई,यूबीआई, इण्डियन,मध्यांचल एवं अशासकीय विद्यालय का जायजा लिया गया जहां नाम मात्र के विद्यालयों में झंडा लगा मिला यहां तक की जनपद शिक्षा केंद्र कार्यालय तथा उसके समीप स्थित प्राथमिक शाला डोकरबन्धा जो कि उपखंड कार्यालय के काफी नजदीक है वहां भी इस अभियान के प्रति कोई रुचि नहीं दिखाई गई। इसी तरह का माहौल गत वर्ष भी देखने को मिला था किंतु सूचना देने एवं खबर प्रकाशन करने बाद भी लापरवाह निर्भीक अधिकारियों कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। जिस कारण ही शायद इस वर्ष भी अधिकारी कर्मचारी निडर निर्भीक होकर मात्र औपचारिकता पूर्ण कर रखे हैं। अब देखना होगा कि जिला प्रशासन एवं पार्टी के संगठन पदाधिकारी एवं जिम्मेदार क्या कुछ कवायत चालू करते हैं।