window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'G-VQJRB3319M'); जंगल,श्मशान भूमि दलित आदिवासियों के पट्टे की जमीनों पर चल रहे सैकड़ों ईंट भट्ठे - MPCG News

जंगल,श्मशान भूमि दलित आदिवासियों के पट्टे की जमीनों पर चल रहे सैकड़ों ईंट भट्ठे

जंगल की लकड़ी से सुलग रहे अवैध ईट भट्टे,रायसेन तहसील में व्यापक स्तर पर चल रहा कारोबार, जांच व कार्रवाई न कर मौन संरक्षण दे रहे माइनिंग, वन विभाग राजस्व विभाग के अधिकारी,कर्मचारी,
जंगल की लकड़ी से सुलग रहे ईट भट्टे
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*

रायसेन। रायसेन तहसील अंतर्गत आने वाले सैकड़ों ग्रामीण अंचलों में बगैर कानूनी प्रक्रिया का पालन किए ही ईट भट्टों का अवैध रूप से संचालन हो रहा है। चौकानें वाली बात तो यह है कि इन ईट भट्टों में वन विभाग,खनिज विभाग तथा प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण के चलते जंगल की लकड़ी से सुलग रही है। जंगल से सटे तहसील रायसेन के ग्राम पंचायत नांद उर्देंन रमपुरा केसरी खरबई, बरौला बराई खास भटिया टोला बागोद तिजालपुर आदि गांवों में ईट भट्टे से जुड़ा कारोबार व्यापक पैमाने पर चल रहा है।
रमपुरा केसरी नांद में सालों से अवैध तरीके से चल रहा भोपाल के दीपक गुप्ता का ईंट भट्ठा… नियम कायदे ताक पर
भोपाल निवासी दीपक गुप्ता का अवैध रूप से ईंट भट्ठा रामपुर केसरी और मन्दिर के समीप नांद की सीमा पर चल रहा है। जो की सड़क के बिल्कुल समीप है। ठेकेदार दीपक गुप्ता अवैद्ध रूप से तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर चलाया जा रहा है ।यहां मजदूरों से सुरक्षा मानकों के नियमों को ताक पर रखकर घोल की ईंटें बनवाई जा रही हैं। अनदेखी का आलम यह है कि यह ईंट भट्ठा सड़क के चंद कदम दूरी पर है ।आग से सुलगते ईंट भट्ठे कभी किसी बड़े सड़क हादसे को न्योता दे रहा है। बताया जाता है कि भोपाल निवासी दीपक गुप्ता जो की रायसेन के सहायक खनिज अधिकारी सुमित गुप्ता के रिश्तेदार भी हो सकते हैं ।क्योंकि माइनिंग अधिकारी गुप्ता भी भोपाल में रहते हैं। इस तरह रिश्तेदार होने का बेवफा भरपूर फायदा उठाते हुए रामपुर के और नंद में अवैध रूप से एट भत्ते का संचालन कर जमकर कमाई कर रहे हैं। इसके अलावा भोपाल के एक डीएसपी पुलिस के रिश्तेदार भी रामपुर के में शमशान भूमि पर सालों से एट भत्ते का संचालन कर जमकर कमाई कर रहे हैं इस तरह राजस्व पेट की जमीन बंद भूमि पर तमाम नियम कायदों को तात्पर्य रखकर एट भत्ते चल रहे हैं हालांकि इन अधिकारियों को भी मालूम है क्योंकि सूत्रों से पता चला है कि इन भक्तों से उनकी हर महीने जमकर कमाई होती है पता चला है कि सभी भत्ते राजधानी भोपाल से जुड़े कार्यवाही कारोबारी के बताए जा रहे हैं इस मामले की शिकायतें भी कई बार एसडीएम और तहसीलदार रायसेन वन विभाग कलेक्टर की जनसुनवाई में की जा चुकी है ।लेकिन अधिकारी भी जानबूझकर इस मामले में बजाय कार्रवाई के पर्दा डाल रहे हैं।इसी तरह आमा निवासी संतोष बघेल ठाकुर तिजालपुर निवासी जितेंद्र यादव राजकुमार यादव का ईंट भट्ठा नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा है।इसके अलावा बागोद बिलारा में आरिफ खान भी जंगल से 200 मीटर की बजाय महज 20 मीटर दूरी पर ही चल रहा है।यहां एक नदी के नाले की जमकर मिट्टी की खुदाई कर और पानी का दोहन कर मप्र सरकार के जल ग गंगा संवर्धन अभियान का मजाक उड़ाया जा रहा है।
यहां बड़ी मात्रा में जंगल की लकड़ी खप रही है। वहीं ईट निर्माण के लिए राजस्व भूमि से भसुआ मिट्टी का भी अवैध खनन भी किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यहां से ईटों का परिवहन रायसेन, भोपाल सांची सलामतपुर तक किया जाता है।
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो कि ईंट भट्टों में खुलेआम वनोपज को खपाया जा रहा है। लगातार जल रही लकडिय़ां इस बात का पुख्ता सबूत हैं। वह बताते दें कि यहां से अक्सर वन विभाग राजस्व विभाग जिला माइनिंग महकमे के अधिकारी और कर्मचारी गुजरते हैं। लेकिन सब कुछ देखते जानते हुए भी जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती। ग्रामीणों का तो यहां तक कहना है कि अगर वन विभाग के अधिकारी मौके पर निरीक्षण करें तो असलियत सामने आ जाएगी।
अगर हम सूत्रों की माने तो ईंट भट्टों के लिए लकड़ी कटाई के आड़ में वन माफिया जंगलों का सफाया करने में जुटे हुए हैं। ईट बनाने के लिए जहां एक तरफ अवैध रुप से जंगल से खुदाई की जाकर मिट्टी लाई जा रही है। वहीं राजस्व भूमि से मिट्टी भसुआ का भी खनन किया जा रहा है। ईट भट्टों को जलाने के लिए बड़े पैमाने पर जंगल से पेड़ काटे जा रहे हैं।
नहीं हो रहा नियमों का पालन
रात जानकारी के अनुसार ईंट भट्ठों का संचालन करने के लिए धारा 172 का डायवर्सन जरूरी होना चाहिए।इसके अलावा भसुआ मिट्टी खनन की अनुमति होना चाहिए।क्योंकि बगैर परमिशन के अवैध उत्खनन करना कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है। परंतु फिर भी कृषि भूमि में ईंट भट्ठे बड़े पैमाने पर धधक रहे हैं।ईंट भट्ठे से जुड़े कारोबार के सूत्रों के मुताबिक इनईंट भट्ठों को उच्च ताप पर पकाया जाता है।तब कहीं जाकर भूरे रंग से चमकीली लाल हो पाती हैं। एन इस भक्तों में चूल्हा बनाकर लकड़ी के बड़े-बड़े गिल्लों को फसाया जाता है। इस भक्तों को पूरी तरह से मुंह से लकडियों और पत्थर कोयले से ढक दिया जाता है। इस प्रक्रिया में बड़े स्तर पर लकड़ी का उपयोग किया जा रहा है।
इनका कहना है…
जल्द करेंगे कार्रवाई
आपके द्वारा अभी यह मामला हमारे संज्ञान में आया है ।मैं जल्द ही टीम को भेज कर अवैध ईंट भट्ठे संचालकों पर कार्रवाई करवाऊंगा ।सुमित गुप्ता प्रभारी खनिज अधिकारी रायसेन

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