जान जोखिम में डालकर, शोभापुर बंद खदान से निकाल रहे कोयला
क्या खनिज विभाग को नही है कोयला चोरी की जानकारी ?
विभाग की कार्यवाही संदेह के घेरे मे ?
सारनी,जीत आम्रवंशी। बैतूल पुलिस प्रशासन अवैध गतिविधियों पर लगाम कसने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। बावजूद माफियाओं के हौसले बुलंद नजर आ रहे है।
दरअसल मामला बैतूल जिले के सारनी शहर का है जहा रात में कोयले की चोरी धड़ल्ले से चल रही है। आपको बता दे पिछले 3 वर्ष पहले शोभापुर खदान बंद हो चुकी है जिसका फायदा कोयला चोरी करने वाले और प्रबंधक उठा रहे है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार रातरात कोयला चोरी करके माफियाओं द्वारा जंगल में डंप किया जा रहा है।
ट्रेक्टर ट्राली से की जा रही कोयले की चोरी कर परिवहन और भंडारण
अंधेरी रात में चोरी किया गया कोयला बंद शोभापूर खदान से कालीमाई के रास्ते धसेड़ और बाकुड़, मोरडोंगरी के गांव में भंडारण किया जा रहा है। सवाल यह है की बंद हो चुकी खदान में पहले भी जान जोखिम में डालकर कोयला चोरी हो रहा था कारणवश हादसे का शिकार हो गए। बावजूद इसके प्रशासन नजरंदाज करने में दिखाई दे रहे है। आपको बता दे रोजाना 50 से ज्यादा ट्रेक्टर ट्राली के माध्यम से कोयले की चोरी की जा रही है। जो की माफियाओं द्वारा चोरी किया हुआ कोयला महंगे दामों में अवैध ईट भट्टा संचालन करने वाले को बेची जाती है।
तेज रफ्तार से चल रहे ट्रेक्टर कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
कालिमाई के रास्ते होकर ग्राम विक्रमपुर में रात एक अंधेरे में तेजी से दौड़ते ट्रेक्टर से कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा। ग्रामवासियों ने आपत्ति उठाते हुए बताया कि रात के अंधेरे में गांव की गलियों से दौड़ते है ट्रैक्टर जिससे पशु या व्यक्ति की जान का खतरा बना रहता है। जिसकी शिकायत जिला खनिज विभाग के कार्यालय में की गई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
इनका कहना है - मुझे लिखित में शिकायत प्राप्त हुई है और आपके माध्यम से भी जल्द होगी कार्यवाही। भगवंत नागवंशी, प्रभारी जिला खनिज निरीक्षक शोभापुरा बंद खदान से कोयला चोरी की जानकारी मिली है, जिसके लिए पुलिस विभाग में भी लिखित आवेदन दिया गया है। जीवन सिंह चौहान, मुख्य सुरक्षा अधिकारी