इंदौर में बेपटरी होती पुलिस व्यवस्था, भोपाल इंदौर में कमिश्नरी सिस्टम फेल
जिन शहर में देश का चौथा स्तंभ ही सुरक्षित नही वहा आम जनता की क्या बात ?
मनीष कुमार राठौर / 8109571743
इंदौर। मध्यप्रदेश में गुंडे माफिया खुलेआम घूम रहे है जब से भोपाल इंदौर में कमिश्नरी प्रणाली लागू हुई है तब से रिकॉर्ड स्तर पर अपराध बढ़ रहे है । यदि इन सके बीच देश का चौथा स्तंभ आवाज उठाए तो उसका मुंह बंद करने का काम सरकार और गुंडे माफियाओं के द्वारा किया जाता रहा है । जिससे की समाज में डर पैदा कर सके की जब एक पत्रकार के साथ इस प्रकार की घटना को अंजाम दे सकते है तो आप सभी आम जनता की क्या औकात।
इसी डर को कायम करने और पुलिस को चुनौती देने के लिए कल रात इंदौर के हमारे साथी खुलासा फर्स्ट अखबार के प्रधान संपादक, वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदौर प्रेस क्लब प्रबंध कार्य समिति सदस्य अंकुर जायसवाल पर बीती रात कुख्यात अपराधियों ने हमला कर दिया । इस घातक हमले में साथी पत्रकार को काफी चोट आई जिनका अस्पताल में इलाज जारी है, जिसके बाद से मीडिया संगठन और मध्यप्रदेश में बन रहे पत्रकार सुरक्षा कानून की सत्यता उजागर हो गई ।
मध्यप्रदेश सरकार की नियत पर उठते सवाल ?
- 1. मध्यप्रदेश में बन रहे पत्रकार सुरक्षा कानून का कब होगा इम्लीमेंट ?
- 2. देश में पत्रकार की सुरक्षा को लेकर पिछली और वर्तमान सरकार के जुमले में क्यों आता देश का चौथा स्तंभ ?
- 3. जिन राज्य ने पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया वो सरकार भी नही करा पा रही इसका पालन ?
- 4. महीनों से गठित पत्रकार सुरक्षा कानून समिति कब देगी रिपोर्ट ?
- 5. क्या रिपोर्ट और कानून बनाने के बाद मध्यप्रदेश में सुरक्षित महसूस करेंगे पत्रकार ?
- 6. पत्रकार सुरक्षा कानून क्या बचा पाएगा देश के चौथे स्तंभ को ?
- 7. आखिर कब तक गुंडे माफियाओं के शिकार होते रहेंगे पत्रकार ?
- 8. कब सरकारें मीडिया संस्थान का दोहन करते रहेगी अपने उपयोग के लिए ?
- 9. इस प्रकार की घटनाओं पर कब रोक लगा पाएगी मध्यप्रदेश सरकार ?